
झज्जर : राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर शुक्रवार सुबह झज्जर के महर्षि दयानंद सरस्वती स्टेडियम से निकली ‘रन फॉर यूनिटी’ दौड़ ने पूरे शहर में एकता, अखंडता और देशभक्ति का संदेश फैलाया। कार्यक्रम का शुभारंभ प्रदेश के सहकारिता, जेल, विरासत एवं पर्यटन मंत्री डॉ. अरविंद कुमार शर्मा ने हरी झंडी दिखाकर किया।
हाथों में लहराते तिरंगे और गूंजते देशभक्ति के नारों के बीच बच्चों, युवाओं और बुजुर्गों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। दौड़ शहर के प्रमुख मार्गों — पुरानी तहसील रोड, बीकानेर चौक, अंबेडकर चौक और पुराना बस स्टैंड से होती हुई पुनः स्टेडियम में संपन्न हुई। पूरे मार्ग में देशभक्ति का जोश और एकता का जज़्बा देखने को मिला।
सरदार पटेल को किया नमन, राष्ट्रीय एकता की शपथ ली
दौड़ से पहले डॉ. शर्मा ने प्रतिभागियों को राष्ट्रीय एकता की शपथ दिलाई। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि “लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल ने अदम्य इच्छाशक्ति और दूरदर्शिता से भारत को एक सूत्र में पिरोकर अखंड राष्ट्र की नींव रखी।” उन्होंने कहा कि ‘रन फॉर यूनिटी’ का उद्देश्य समाज में एकता, अखंडता और देशभक्ति की भावना को मजबूत करना है।
प्रधानमंत्री मोदी के निर्णयों ने मजबूत की राष्ट्रीय एकता
कैबिनेट मंत्री डॉ. शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश सरदार पटेल के सपनों को साकार कर रहा है। उन्होंने कहा, “जम्मू–कश्मीर में धारा 370 और अनुच्छेद 35A को समाप्त कर राज्य को मुख्यधारा से जोड़ना अखंड भारत की दिशा में ऐतिहासिक कदम है।”
स्टैच्यू ऑफ यूनिटी—भारत की शक्ति और गौरव का प्रतीक
उन्होंने गुजरात के केवड़िया में स्थापित स्टैच्यू ऑफ यूनिटी को भारत की एकता और सामर्थ्य का जीवंत प्रतीक बताया। कहा कि हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के नेतृत्व में प्रदेश के प्रत्येक जिले में आयोजित ‘रन फॉर यूनिटी’ सरदार पटेल के सपनों के भारत की ओर कदम है।
गणमान्य व्यक्तियों और अधिकारियों की रही उपस्थिति
कार्यक्रम में भाजपा जिला अध्यक्ष विकास वाल्मीकि, व्यापार मंडल के जिला अध्यक्ष केशव सिंघल, महिला विकास निगम की पूर्व चेयरमैन सुनीता चौहान, भाजपा महामंत्री दयाकिशन, सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
प्रशासन की ओर से पुलिस आयुक्त डॉ. राजश्री, डीसी स्वप्निल रविंद्र पाटिल, सीजेएम विशाल, डीसीपी लोगेश कुमार पी, एडीसी जगनिवास, एसडीएम अंकित चौकसे, सीईओ जिला परिषद मनीष फोगाट, डीएमसी डॉ. सुशील मलिक, और डीईओ राजेश मलिक भी मौजूद रहे।











 
    
    