
- मंडणगड दीवानी और फौजदारी न्यायालय की नई इमारत का हुआ उद्घाटन
New Delhi : भारत के मुख्य न्यायाधीश भूषण गवई ने रविवार को रत्नागिरी में कहा कि मंडणगड में नवनिर्मित दीवानी और फौजदारी न्यायालय भवन के माध्यम से समाज के अंतिम व्यक्ति को भी कम से कम समय और खर्च में न्याय प्राप्त होगा। यह व्यवस्था भारतरत्न बाबासाहब डॉ. भीमराव आंबेडकर के आर्थिक और सामाजिक समानता के स्वप्न को साकार करेगी।
मुख्य न्यायाधीश गवई ने आज रत्नागिरी जिले के न्यायालय परिसर में बाबासाहब डॉ. आंबेडकर की पूर्णाकृति प्रतिमा और म्युरल का अनावरण किया। इसके बाद न्यायालय भवन और पुस्तकालय का भी उद्घाटन किया। इस अवसर पर गवई ने कहा, आज का दिन ऐतिहासिक है। न्यायाधीश के रूप में मेरी सेवा के 22 वर्ष पूरे हुए हैं। कोल्हापुर खंडपीठ का उद्घाटन और मंडणगड न्यायालय भवन का उद्घाटन, दोनों ही मेरे न्यायिक जीवन के महत्वपूर्ण क्षण हैं। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बहुत कम समय में यह निर्णय लेकर न्याय की नयी दिशा दी है। महाराष्ट्र शासन और सार्वजनिक बांधकाम विभाग ने इसे उत्कृष्ट रूप दिया है।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, 8 अक्टूबर 2023 को मुख्य न्यायाधीश गवई और मैंने इस न्यायालय की आधारशिला रखी थी। केवल दो वर्षों में विभाग ने भव्य इमारत खड़ी की। 2014 से अब तक लगभग 150 न्यायालय भवनों को मंजूरी दी गई है। इसका श्रेय न्यायमूर्ति गवई को जाता है, जिन्होंने राज्य सरकार के साथ सतत संवाद रखकर सभी अड़चनों को दूर किया। उन्होंने यह भी घोषणा की कि चिपलूण न्यायालय भवन की मांग तुरंत स्वीकृत की जाएगी और आंबडवे स्थित बाबासाहब डॉ. आंबेडकर स्मारक को शीघ्र पूर्ण किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह न्यायालय लगभग साढ़े चार लाख नागरिकों के लिए न्याय का केंद्र बनेगा। यह केवल एक इमारत नहीं बल्कि न्यायदान की एक सशक्त व्यवस्था है। यह डॉ. आंबेडकर के समानता और न्याय के विचारों को आगे बढ़ाने का कार्य करेगी।
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, पालकमंत्री डॉ. उदय सामंत, न्यायमूर्ति मकरंद कर्णिक, न्यायमूर्ति माधव जामदार, न्यायमूर्ति एस. पी. तावडे, राज्यमंत्री योगेश कदम, जिल्हा व सत्र न्यायाधीश विनोद जाधव, दीवानी न्यायाधीश अमृता जोशी, बार एसोसिएशन अध्यक्ष अमोल सावंत, वकील संघ अध्यक्ष मिलींद लोखंडे, विधायक किरण सामंत, विभागीय आयुक्त विजय सूर्यवंशी, विशेष पुलिस महानिरीक्षक संजय दराडे और जिलाधिकारी मनुज जिंदल उपस्थित थे।