
जबलपुर। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने सुरक्षा को सभी राज्य सरकारों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि वे अपने-अपने राज्यों में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान करें इसी के चलते जबलपुर में व्यापक स्तर पर सर्च अभियान चलाया गया जिसमें पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान को लेकर चल रहे अभियान में एक अजीबोगरीब सा मामला सामने आया है। जांच टीम ने तीन नाबालिग बच्चों को चिंहित किया है, जिनकी नागरिकता को लेकर संदेह है। दरअसल,उन बच्चों की मां तो हिंदुस्तानी हैं,लेकिन पिता पाकिस्तानी नागरिक हैं।
जबलपुर कलेक्टर दीपक सक्सेना के अनुसार जांच के दौरान जबलपुर जिले में ऐसे तीन बच्चों की पहचान की गई है जो वर्तमान में शहर में रह रहे हैं। इन बच्चों की माताएं भारतीय नागरिक हैं, जबकि उनके पिता पाकिस्तानी नागरिक हैं। प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि ये बच्चे बिना स्पष्ट नागरिकता के भारत में रह रहे हैं। मामले को गंभीरता से लेते हुए राज्य सरकार से मार्गदर्शन मांगा है कि इन बच्चों के भविष्य, जबलपुर कानूनी स्थिति और उनकी नागरिकता को लेकर क्या निर्णय लिया जाए। फिलहाल बच्चों की गतिविधियों पर नजर रखी जा रही है और उनकी पृष्ठभूमि की गहन जांच की जा रही है। वही जबलपुर एसपी संपत उपाध्याय ने बताया कि जो भी पाकिस्तानी नागरिक शहर में आते हैं नियमानुसार उनको सूचित करना होता है। उसी सूची के अनुसार तीन लोग पाए गये हैं और तीनों नाबालिक बच्चे हैं जिनकी उम्र क्रमशः 11 वर्ष 5 वर्ष और 1 वर्ष है। इसके लिए शासन से मार्गदर्शन मांगा है जो भी आदेश आता है उसके अनुसार कार्यवाही की जाएगी। जबलपुर एसपी ऑफिस स्थित पासपोर्ट कार्यालय में संपूर्ण जानकारी रहती है जिसके अनुसार कार्यवाही की जा रही है।
उल्लेखनीय है कि पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तानी नागरिकों को भारत छोड़ने के निर्देश दिए थे। वहीं राज्य सरकारों को निर्देश दिए गए थे कि वे अपने-अपने राज्यों में पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान करें और पाकिस्तानी नागरिकों को वापस भेजे।