खतरों से भरा है डंकी रूट… जिस रास्ते से अमेरिका पहुंचते थे अवैध प्रवासी

Seema Pal

अमेरिका में ‘डंकी रूट’ से प्रवेश लेने वाले अवैध प्रवासियों को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी नागरिता कानून के तहत डिपोर्ट करना शुरू कर दिया है। अमेरिका में बड़ी मात्रा में भारतीय नागरिक प्रवासी के तौर पर रह रहें थे, जिन्हें अवैध प्रवासी करार कर गिरफ्तार किया गया और भारत भेजा जा रहा है। बुधवार को 104 अवैध प्रवासियों की वतन वापसी हुई। अमेरिका के ये अवैध प्रवासी डंकी रूट से गए थे। अक्सर डिपोर्ट किया जाता है।

अमेरिका में ‘डंकी रूट’ से प्रवेश करना गैरकानूनी

डंकी रूट के जरिए अमेरिका में अवैध प्रवेश करने की कोशिश करने वाले लोग अमेरिका की सीमा पर पहुंचने के बाद गिरफ्तार होते हैं, क्योंकि उनके पास वैध दस्तावेज नहीं होते। यह प्रवासी अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए अवैध तरीके अपनाते हैं, जैसे कि फर्जी वीजा, नकली यूनिवर्सिटी एडमिशन या काम के वीजा के माध्यम से अमेरिका में घुसने की कोशिश करना। इन प्रवासियों को डिपोर्ट करने की प्रक्रिया काफी जटिल होती है, क्योंकि यह लोग अमेरिका में अवैध रूप से प्रवेश करते हैं और उनके पास अपने देश लौटने के लिए वैध दस्तावेज भी नहीं होते। अमेरिकी अधिकारियों के लिए इन प्रवासियों का पता लगाना और उन्हें डिपोर्ट करना एक लंबी और कठिन प्रक्रिया हो सकती है, लेकिन कानून के तहत उन्हें अपने देश वापस भेजा जाता है।

खतरनाक होता है ‘डंकी रूट’

‘डंकी रूट शब्द को आपने कई बार सुना होगा, और यह हमेशा विवादों में रहा है। यह एक बेहद खतरनाक और असुरक्षित रास्ता है, जो विभिन्न देशों की सीमाएं पार करता है। इस रास्ते पर यात्रा करने के दौरान लोगों का शोषण किया जाता है, और बिना वैध दस्तावेजों के इस मार्ग से यात्रा करना जीवन के लिए खतरे की बात साबित हो सकता है। कई बार तो लोग इस रास्ते पर अपनी जान भी गवा देते हैं। हाल ही में, अमेरिका से निर्वासित होकर 104 भारतीय नागरिक बुधवार को भारत लौटे, जिन्होंने डंकी रूट का उपयोग कर अमेरिका में प्रवेश करने की कोशिश की थी। इनमें से अधिकांश लोग हरियाणा, गुजरात, पंजाब, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और चंडीगढ़ के निवासी थे।

डंकी रूट का सबसे बड़ा खतरा यह है कि इसमें कई देशों की सीमाओं को अवैध तरीके से पार करना पड़ता है, और इस प्रक्रिया में लोगों का शोषण भी किया जाता है। इन यात्रा मार्गों को एजेंट्स द्वारा नियंत्रित किया जाता है, जो यात्रा करने वालों को भारी रकम लेकर गुमराह करते हैं। कई भारतीय नागरिकों ने इस रास्ते से अमेरिका जाने के लिए 70 से 80 लाख रुपये तक खर्च किए हैं। डंकी रूट के कुछ प्रमुख मार्गों में से एक कनाडा होकर अमेरिका जाना है, जिसमें भारत से लोग पहले कनाडा पहुंचते हैं और फिर वहां से अवैध तरीके से अमेरिका में घुसने की कोशिश करते हैं।

यहां तक कि एजेंट्स इन लोगों से फर्जी यूनिवर्सिटी एडमिशन या वर्क परमिट के नाम पर पैसा लेते हैं और उन्हें अमेरिकी सीमा पर रुकवा कर अवैध तरीके से सीमा पार करवा देते हैं। यह रास्ता न केवल वित्तीय रूप से महंगा है, बल्कि इसमें जान की जोखिम भी बहुत अधिक होती है।

अमेरिका जाने के लिए दो और डंकी रूट

अमेरिका जाने के लिए डंकी रूट के और भी दो प्रमुख मार्ग हैं, जिनका इस्तेमाल लोग अवैध रूप से करते हैं। इनमें से पहला मार्ग भारत से ई-वीजा लेकर तुर्की होते हुए है। इस रास्ते में लोग पहले तुर्की में 90 दिनों तक रुकते हैं और फिर वहां से मेक्सिको की यात्रा करते हैं। वहां से वे पैदल चलकर अमेरिका की सीमा तक पहुंचते हैं। इस यात्रा में लगभग 80 से 90 लाख रुपये का खर्च आता है। यह रास्ता न केवल कठिन है, बल्कि इसमें जोखिम भी बहुत अधिक है, क्योंकि यह यात्रा बहुत लंबी और खतरनाक होती है।

दूसरा डंकी रूट भारत से अफ्रीका होते हुए लैटिन अमेरिका और फिर मेक्सिको तक का है। इस रास्ते में लोग जंगलों और खतरनाक इलाकों से गुजरते हुए अमेरिका पहुंचने की कोशिश करते हैं। इस मार्ग पर यात्रा करने में लगभग 70 से 75 लाख रुपये का खर्च आता है। इस रास्ते पर भी जोखिम कम नहीं है, क्योंकि जंगलों में यात्रा करना बहुत खतरनाक हो सकता है।

इतनी बड़ी रकम जुटाने के लिए कई लोग अपने परिवार को भारी ब्याज पर कर्ज देते हैं, जबकि कुछ लोग अपनी ज़मीन तक बेच डालते हैं ताकि वे इस अवैध मार्ग से अमेरिका पहुंच सकें। यह सब खतरनाक है और इसमें ना केवल पैसे की हानि होती है, बल्कि लोगों की जान भी दांव पर लग जाती है।

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