
वॉशिंगटन : आज अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपने विचार रखे, जिनमें रूस-यूक्रेन युद्ध, टैरिफ वॉर, थर्ड जेंडर और अंडे जैसे प्रतीकात्मक मुद्दे शामिल थे। ट्रंप ने इस भाषण में अमेरिका को फिर से महान बनाने के अपने प्लान को स्पष्ट किया और देशवासियों को विश्वास दिलाया कि उनकी नीतियां अमेरिका को वैश्विक स्तर पर मजबूती से खड़ा कर सकती हैं।
रूस-यूक्रेन युद्ध
डोनाल्ड ट्रंप ने रूस-यूक्रेन युद्ध पर भी अपनी चिंता व्यक्त की। उन्होंने इस संघर्ष के कारण अमेरिका और अन्य देशों को हो रहे आर्थिक और राजनीतिक नुकसानों का हवाला दिया। ट्रंप ने कहा कि वह इस युद्ध को शीघ्र समाप्त करने के लिए प्रभावी कदम उठाएंगे। उनका मानना था कि अगर वह राष्ट्रपति होते तो रूस और यूक्रेन के बीच एक मजबूत शांति समझौता होता और इस युद्ध से अमेरिका की अर्थव्यवस्था पर कम असर पड़ता।
टैरिफ वॉर
डोनाल्ड ट्रंप ने अपने भाषण में “टैरिफ वॉर” (व्यापारिक युद्ध) का जिक्र किया, जिसे उन्होंने अमेरिकी व्यापार के संरक्षण के लिए जरूरी बताया। उन्होंने कहा कि अमेरिका ने चीन और अन्य देशों के साथ व्यापार में असंतुलन को दूर करने के लिए आयातित वस्तुओं पर शुल्क (टैरिफ) बढ़ाया था। उनका मानना था कि इस नीति से अमेरिकी कंपनियों को फायदा होगा और घरेलू उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा। ट्रंप ने स्पष्ट किया कि यह व्यापारिक युद्ध न केवल अमेरिका की अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगा, बल्कि इससे रोजगार के नए अवसर भी उत्पन्न होंगे।
थर्ड जेंडर
इस भाषण में ट्रंप ने थर्ड जेंडर (तीसरे लिंग) के मुद्दे पर भी अपनी स्थिति स्पष्ट की। उन्होंने कहा कि उनके प्रशासन के तहत अमेरिका में लिंग की पहचान केवल दो प्रकार की होगी – पुरुष और महिला। इस दौरान ट्रंप ने अपनी सरकार के फैसले का बचाव किया, जिसमें थर्ड जेंडर को आधिकारिक दस्तावेजों पर पहचान के रूप में मान्यता नहीं दी गई थी। उनका मानना था कि अमेरिका को पारंपरिक लिंग पहचान को प्राथमिकता देनी चाहिए और इस मुद्दे पर कोई समझौता नहीं किया जाएगा।
अंडे
डोनाल्ड ट्रंप ने अपने भाषण में एक अजीब लेकिन प्रभावशाली उदाहरण दिया – अंडे। उन्होंने यह उदाहरण व्यापार नीति और घरेलू उत्पादन के संरक्षण के संदर्भ में दिया। ट्रंप ने कहा कि जैसे अंडे एक बुनियादी और महत्वपूर्ण खाद्य सामग्री हैं, वैसे ही देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए घरेलू उत्पादों का महत्व बढ़ाना जरूरी है। उनका यह संदेश था कि अमेरिका को अपनी घरेलू उत्पादन क्षमताओं को बढ़ावा देने की जरूरत है, ताकि देश विदेशों पर निर्भरता कम कर सके।
डोनाल्ड ट्रंप का यह भाषण उनकी “अमेरिका फर्स्ट” नीति का विस्तार था, जिसमें उन्होंने अमेरिका के घरेलू हितों को पहले स्थान पर रखा। उनका उद्देश्य था कि अमेरिका को वैश्विक मंच पर फिर से एक शक्तिशाली और आत्मनिर्भर राष्ट्र के रूप में स्थापित किया जाए।
उनकी नीतियों का जोर घरेलू उत्पादन को बढ़ाने, व्यापारिक असंतुलन को दूर करने, और अमेरिका को फिर से वैश्विक नेतृत्व में वापस लाने पर था। ट्रंप का यह संबोधन यह भी दर्शाता है कि उनकी योजनाओं में पारंपरिक मूल्यों और राष्ट्रीय सुरक्षा को सर्वोपरि रखा जाएगा, चाहे वह टैरिफ वॉर हो, थर्ड जेंडर जैसे सामाजिक मुद्दे या फिर अंडे जैसे प्रतीकात्मक उदाहरण हों।