
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर दावा किया है कि उन्हें सात युद्धों को रोकने के लिए नोबेल शांति पुरस्कार मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि इन संघर्षों में से 60% केवल व्यापार के जरिए सुलझाए गए।
ट्रंप ने यह बयान अमेरिकन कॉर्नरस्टोन इंस्टीट्यूट के संस्थापक डिनर में दिया। उन्होंने कहा कि आज अमेरिका की दुनिया भर में बड़ी इज्जत है और उनकी वजह से कई शांति समझौते हुए हैं।
ट्रंप ने कहा,
“हमने भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष को रोका। थाईलैंड और कंबोडिया के बीच युद्ध को रोका। यह सब व्यापार के जरिए संभव हुआ। मैंने दोनों देशों के नेताओं से कहा कि अगर तुम लड़ोगे तो हम व्यापार नहीं करेंगे। दोनों देशों के पास परमाणु हथियार हैं, इसलिए यह और भी खतरनाक था।”
ट्रंप ने गिनाए रोके गए सात युद्ध
ट्रंप ने दावा किया कि उन्होंने कुल सात बड़े संघर्षों को रोका –
- भारत-पाकिस्तान
- थाईलैंड-कंबोडिया
- आर्मेनिया-अजरबैजान
- कोसोवो-सर्बिया
- इजरायल-ईरान
- मिस्र-इथियोपिया
- रवांडा-कांगो
ट्रंप ने कहा,
“जब मैं इन सभी संघर्षों को देखता हूं, जिन्हें हमने रोका, तो मुझे लगता है कि हर एक के लिए मुझे नोबेल शांति पुरस्कार मिलना चाहिए।”
रूस-यूक्रेन संघर्ष पर टिप्पणी
ट्रंप ने कहा कि उन्हें पहले बताया गया था कि अगर वे रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध रोक दें, तो उन्हें नोबेल पुरस्कार दिया जाएगा। इस पर उन्होंने कहा –
“बाकी सात के लिए क्या? मुझे हर एक के लिए नोबेल मिलना चाहिए।”
उन्होंने यह भी कहा कि उनके रूस के राष्ट्रपति पुतिन से अच्छे संबंध थे और उन्हें लगा था कि रूस-यूक्रेन संघर्ष को सुलझाना सबसे आसान होगा। लेकिन पुतिन से वे निराश हुए। फिर भी, ट्रंप का कहना है कि यह मुद्दा किसी न किसी तरह हल कर लिया जाएगा।