
फरीदाबाद के फोर्टिस एस्कॉट्र्स हॉस्पिटल के डॉक्टरों की टीम ने लैप्रोस्कोपिक तकनीक की मदद से 22 वर्षीय युवती के पेट से 5 किलोग्राम वजऩ का एक ट्यूमर निकाला गया। टीम का नेतृत्व डॉ. बीडी पाठक, निदेशक-जीआई, मिनीमली इनवैसिव एंड बेरियाट्रिक सर्जरी और डॉ. वी एस चौहान, वरिष्ठ सलाहकार-जीआई, मिनीमली इनवैसिव एंड बेरियाट्रिक सर्जरी, फोर्टिस एस्कॉट्र्स हॉस्पिटल, फरीदाबाद ने किया।
बुधवार को प्रेस वार्ता के दौरान डाॅ. बीडी पाठक ने बताया कि मरीज़ सरिता को सांस लेने में मुश्किल हो रही थी और ठीक से भोजन भी नहीं कर पा रही थी। जब उन्हें अस्पताल लाया गया तो पेट में परेशानी हो रही थी और सांस लेने में भी तकलीफ थी। जरूरी जांच कराने के बाद उनके पेट में करीब 5 किलोग्राम का ट्यूमर पाया गया।
उपचार के विभिन्न विकल्पों का मूल्यांकन करने के बाद डॉक्टरों ने परिवार को एडवांस लैप्रोस्कोपिक एक्सट्रैक्शन कराने की सलाह दी क्योंकि इसके बाद सर्जरी का कोई निशान भी नहीं रहता और सुधार में लंबा समय भी नहीं लगता है। प्रक्रिया पूरी होने के दो दिनों में मरीज की तबियत में सुधार हो गया और पूरी तरह ठीक हो जाने पर उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया।
डॉ. बीडी पाठक ने बताया कि इस तरह की सर्जरी के लिए बड़ा कट लगाने की ज़रूरत होती है लेकिन यह मरीज़ बहुत युवा थीं। उनके सामने उनकी पूरी जिंंदगी पड़ी हुई थी इसलिए हम ने लैप्रोस्कोपिक तकनीक का इस्तेमाल कर छोटे कट के साथ बड़े ट्यूमर को निकाला गया।















