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आजकल स्मार्टफोन हमारी ज़िंदगी का एक अहम हिस्सा बन चुका है। हमारी ज्यादातर पर्सनल और प्रोफेशनल ज़िंदगी स्मार्टफोन के इर्द-गिर्द घूमती है। इसलिए, इसे सही तरीके से चलाना और देखभाल करना बहुत ज़रूरी है। स्मार्टफोन के साथ सबसे महत्वपूर्ण चीज़ उसकी बैटरी होती है, और बैटरी की लंबी उम्र और अच्छे प्रदर्शन के लिए इसे सही तरीके से चार्ज करना भी बेहद आवश्यक है।
हम में से कई लोग अनजाने में चार्जिंग के दौरान कुछ ऐसी गलतियाँ कर रहे होते हैं जो बैटरी की लाइफ और फोन के परफॉर्मेंस पर नकारात्मक असर डाल सकती हैं। उदाहरण के लिए, अक्सर लोग अपने फोन को पूरी रात चार्ज पर छोड़ देते हैं, जो एक आम आदत बन गई है, लेकिन क्या यह आदत हमारे फोन के लिए सही है?
पूरी रात फोन को चार्ज में लगाकर रखने से क्या होता है?
आधुनिक स्मार्टफोन में रिचार्जेबल लिथियम-आयन बैटरियां इस्तेमाल की जाती हैं। यह बैटरियां हाई-टेक्नोलॉजी पर आधारित होती हैं और काफी प्रभावी होती हैं। हालांकि, इन बैटरियों की कुछ सीमाएँ भी हैं। अगर आप अपने फोन को बैटरी खत्म होने तक इस्तेमाल करने के बाद चार्ज पर लगा देते हैं और उसे 100% तक चार्ज होने के बाद भी घंटों तक चार्जर से जुड़े रहने देते हैं, तो इसके कई दुष्परिणाम हो सकते हैं।
बैटरी की क्षमता में कमी: यदि आप अपने फोन को 100% चार्ज होने के बाद भी चार्जर से जोड़कर छोड़ देते हैं, तो धीरे-धीरे आपकी फोन की बैटरी की क्षमता कम हो सकती है। ऐसा तब होता है जब बैटरी लगातार पूरी तरह चार्ज होने के बाद भी चार्जर से जुड़ी रहती है। इसके परिणामस्वरूप बैटरी का जीवनकाल घटने लगता है और उसका प्रदर्शन भी प्रभावित होता है।
फोन का ओवरहीटिंग: जब फोन लंबे समय तक चार्जिंग पर रहता है, तो बैटरी और फोन के अन्य हिस्से ओवरहीट हो सकते हैं। ओवरहीटिंग से फोन का प्रदर्शन भी प्रभावित होता है और लंबी अवधि तक इसे ओवरहीट होने देना फोन की बैटरी और अंदर के घटकों को नुकसान पहुँचा सकता है।
फोन के फटने का डर: अत्यधिक चार्जिंग और ओवरहीटिंग के कारण फोन के बैटरी में दबाव बढ़ सकता है, जिससे कभी-कभी बैटरी फटने का जोखिम होता है। यह विशेष रूप से उन फोन में देखा जा सकता है जिनकी बैटरी खराब हो चुकी हो या ज्यादा समय तक चार्ज पर रखी जाती हो।
फोन की परफॉर्मेंस पर असर: फोन को चार्जिंग पर रखने से उसकी समग्र परफॉर्मेंस पर असर पड़ सकता है। ओवरचार्जिंग के कारण, फोन की प्रोसेसिंग स्पीड और अन्य कार्यक्षमता प्रभावित हो सकती है, जिससे उपयोगकर्ता को धीमा प्रदर्शन महसूस हो सकता है।
क्या करें?
फोन को 100% तक चार्ज न करने की आदत डालें: हमेशा कोशिश करें कि फोन को 20-80% तक चार्ज रखें। यह बैटरी की लंबी उम्र के लिए सबसे अच्छा तरीका है। फोन को पूरी तरह से 100% तक चार्ज करना और फिर उसे चार्जर से जोड़कर छोड़ देना बैटरी के लिए हानिकारक हो सकता है।
रात भर चार्ज पर न छोड़ें: जितना हो सके, रात भर फोन को चार्ज पर छोड़ने से बचें। हालांकि, कई स्मार्टफोन में अब ऑटोमेटिक चार्जिंग कट-ऑफ सिस्टम होते हैं, जो 100% चार्ज होने के बाद चार्जिंग रोक देते हैं, लेकिन यह प्रणाली हमेशा विश्वसनीय नहीं होती।
ओवरहीटिंग से बचें: फोन को चार्ज करते समय उसे ऐसे स्थान पर रखें जहाँ गर्मी ना हो, जैसे बैग या कंबल के अंदर। यह ओवरहीटिंग से बचने में मदद करता है।
क्विक चार्जिंग का सावधानी से उपयोग करें: अगर आपका फोन फास्ट चार्जिंग सपोर्ट करता है, तो उसे केवल आवश्यकता होने पर ही इस्तेमाल करें। फास्ट चार्जिंग बैटरी के लिए अधिक तनावपूर्ण हो सकता है।
बैटरी सेफ्टी फीचर्स का उपयोग करें: कई स्मार्टफोन निर्माता अब ऐसे फीचर्स प्रदान करते हैं जो बैटरी चार्जिंग को स्मार्ट तरीके से कंट्रोल करते हैं, जैसे चार्जिंग को पूरी तरह से 100% तक पहुंचने से रोकना या चार्जिंग को धीमा करना। इन सुविधाओं का उपयोग करें यदि आपका फोन इन्हें सपोर्ट करता है।