
भारत में मानसून जहां एक ओर राहत भरी ठंडक लेकर आता है, वहीं दूसरी ओर यह सड़क पर वाहन चलाने वालों के लिए चुनौतियों से भरा होता है। फिसलन भरी सड़कों, कम दृश्यता और जलभराव जैसी स्थितियों में अगर आपकी कार अच्छी स्थिति में नहीं है, तो जोखिम बढ़ जाता है। इसलिए जरूरी है कि बारिश के मौसम की शुरुआत से पहले ही अपनी कार को पूरी तरह से तैयार कर लिया जाए। यहां हम आपको बता रहे हैं पांच जरूरी चीजें, जिन्हें मानसून से पहले जरूर जांचना चाहिए:
टायर की पकड़ (Grip) और हालत
बारिश में सबसे जरूरी होता है सड़क पर टायर की अच्छी पकड़।
- टायर की ट्रेड डेप्थ कम से कम 2.5 मिमी होनी चाहिए।
- पुराने, कटे या घिसे टायर तुरंत बदलवाएं।
- बहुत अधिक हवा भरने से भी टायर फिसल सकते हैं, इसलिए प्रेशर सही रखें।
- अगर टायर 4–5 साल पुराने हैं या 50,000 किमी से ज्यादा चल चुके हैं, तो बदलवाना बेहतर रहेगा।
- अलाइंमेंट और बैलेंसिंग भी समय से करवाएं।
विंडशील्ड वाइपर की स्थिति
बारिश में स्पष्ट दृश्यता बनाए रखने के लिए वाइपर अहम भूमिका निभाते हैं।
- वाइपर ब्लेड में फट या घिसाव न हो।
- वॉशर फ्लूइड की नोजल जाम न हो और उसमें साफ पानी हो।
- बेहतर नतीजों के लिए रेन-रेपेलेंट कोटिंग कराना भी एक स्मार्ट विकल्प है।
कार की लाइटिंग जांचें
तेज बारिश और कोहरे में लाइट्स ही रास्ता दिखाती हैं।
- हेडलाइट और फॉग लाइट की ब्राइटनेस सही है या नहीं, यह जांचें।
- लेंस पर धुंध या गंदगी है तो उसे साफ करें।
- टेललाइट और इंडिकेटर भी सही ढंग से काम कर रहे हों, यह सुनिश्चित करें।
ब्रेकिंग सिस्टम की जांच
गीली सड़कों पर कार का नियंत्रण बनाए रखने में ब्रेक अहम होते हैं।
- ब्रेक पैड्स घिसे तो नहीं हैं, यह चेक करें।
- ब्रेक लगाने पर आवाज या झटका आता है तो तुरंत मैकेनिक से दिखाएं।
- ब्रेक फ्लूइड पर्याप्त मात्रा में हो और क्वालिटी वाला हो।
- कभी भी सस्ते ब्रेक पार्ट्स की जगह ब्रांडेड और भरोसेमंद ब्रेकिंग सिस्टम इस्तेमाल करें।
जंग से सुरक्षा (Anti-Rust Coating)
बारिश का पानी कार के मेटल हिस्सों में जंग पैदा कर सकता है।
- दरवाजे, बोनट, अंडरबॉडी में रस्टिंग की शुरुआती निशानियों पर ध्यान दें।
- समय पर एंटी-रस्ट ट्रीटमेंट करवाएं।
- ज्यादा जंग होने पर उस हिस्से को बदलवाना ही सही रहेगा। इससे कार की लाइफ और रीसेल वैल्यू बनी रहती है।