
गाजीपुर। जनपद में आय प्रमाणपत्र जारी करने के मामले में हुई बड़ी कार्रवाई ने प्रशासनिक माहौल को हलचल में डाल दिया है। जिलाधिकारी आर्यका अखौरी ने सात लेखपालों को निलंबित कर दिया, जबकि जखनियां तहसील के पांच संविदा कर्मी ऑपरेटरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने का निर्णय लिया है। इसके अतिरिक्त, पांच तहसीलदारों से प्रकरण पर स्पष्टीकरण मांगा गया है।
इस कार्रवाई का मुख्य कारण डीएम द्वारा आय प्रमाणपत्रों में अनियमितताओं की शिकायतों का संज्ञान लेना है। जखनियां में जांच के दौरान पता चला कि सीडीओ के स्टेनो राधेश्याम यादव की बेटी पूजा की नियुक्ति आंगनबाड़ी पद पर मनिहारी ब्लॉक में हुई, जबकि उन्होंने अपनी सालाना आय केवल 42 हजार रुपये दर्ज की थी। ग्रामीणों की शिकायत पर पूजा ने पद से त्यागपत्र दे दिया।
जिले में आंगनबाड़ी भर्ती के दौरान 14 ऐसे प्रमाणपत्र मिल चुके हैं, जिनमें शिक्षकों, पुलिस कर्मियों, प्रधानों और कोटेदारों के नाम भी शामिल हैं। ऐसे मामलों में संबंधित की नियुक्ति को रोककर जांच आरंभ कर दी गई है। यह कार्रवाई सरकार की पारदर्शिता और भ्रष्टाचार के खिलाफ उठाए गए कदमों का एक हिस्सा है।