-दमा व सांस के मरीजों की परेशानी बढ़ी
गाजियाबाद । पूरे देश के साथ-साथ एनसीआर के दो प्रमुख शहर गाजियाबाद व नोएडा में दीवाली का त्योहार परम्परगत और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। भले ही उच्चतम न्यायालय ने पटाखों व आतिशबाजी पर पूरी तरह से पाबंदी लगा दी लेकिन लोगों ने दीवाली पर जमकर पटाखे व आतिशबाजी छोड़ी। जिसके बाद गाजियाबाद व नोएडा का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 300 को पार कर गया। नतीजन दोनों ही शहर एक तरह से गैस चैम्बर बन कर रह गए है।
दीवाली की पूरी रात पटाखों का शोर और प्रदूषण पर्यावरण और स्वास्थ्य के लिए घातक बन गया है। खासतौर पर सांस व दमे के मरीजों के लिए यह बेहद चिंताजनक है। इसके साथ प्रदूषण के कारण आंखों में जलन महसूस हो रही है।
जिस तरह तरह उच्चतम न्यायालय ने आतिशबाजी व पटाखों पर प्रतिबंध लगा दिया था, उसके बाद पुलिस-प्रशासन की जिम्मेदारी बनती थी कि इनकी बिक्री न हो लेकिन धरातल पर ऐसा कुछ दिखाई नहीं दिया। दोनों ही शहरों में दीवाली की रात में जमकर आतिशबाजी और पटाखे छोड़े गये।
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गाजियाबाद में प्रदूषण की स्थिति
गाजियाबाद का एक्यूआई- 337
प्रमुख स्थानों की स्थिति
संजयनगर- 339 एक्यूआई
साहिबाबाद- 264 एक्यूआई
इदिरापुरम- 316 एक्यूआई