
मेरठ : राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत विकास भवन सभागार, कलेक्ट्रेट में एक उन्मुखीकरण कार्यशाला का आयोजन अपर जिलाधिकारी नगर बृजेश सिंह की अध्यक्षता में किया गया, जिसमें जिले के वरिष्ठ अधिकारियों को तंबाकू नियंत्रण कानूनों की जानकारी और उनके प्रभावी क्रियान्वयन को लेकर प्रशिक्षित किया गया।
अपर जिलाधिकारी नगर द्वारा समस्त अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि वे अपने-अपने कार्यालय को तंबाकू मुक्त घोषित करते हुए एक नोडल अधिकारी नामित करें और सप्ताह में एक बार अपने कार्यालय में प्रवर्तन दल द्वारा निरीक्षण कर उल्लंघनकर्ताओं से अर्थदंड वसूलें तथा उसकी रिपोर्ट मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में प्रेषित करें।
शिक्षा विभाग को निर्देश दिए गए कि समस्त विद्यालयों व स्कूलों को तंबाकू मुक्त घोषित कर उसकी रिपोर्ट भेजें। नगर निगम के अधिकारी को निर्देश दिए गए कि जल्द से जल्द तंबाकू नियंत्रण लाइसेंस की उपविधि तैयार कर जनपद में लागू करवाएं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अशोक कटारिया ने बताया कि तंबाकू, बीड़ी, सिगरेट जैसी वस्तुएं टीबी, कैंसर और हृदय रोग जैसी 40 से अधिक गंभीर बीमारियों का कारण बनती हैं। तंबाकू का सेवन शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर करता है, जिससे व्यक्ति गंभीर रोगों से ग्रसित हो सकता है और मृत्यु तक हो सकती है।
जिला नोडल अधिकारी डॉ. कान्ती प्रसाद ने बताया कि लोगों को तंबाकू के सेवन से होने वाली बीमारियों के प्रति जागरूक रहना चाहिए।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अशोक कटारिया, जिला नोडल अधिकारी डॉ. कान्ती प्रसाद, रीजनल कोऑर्डिनेटर यूपीवीएचए लखनऊ सुरजीत सिंह सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
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