भास्कर समाचार सेवा
मथुरा(छाता)। गुरुवार की सुबह छाता तहसील परिषद में उस समय अफरातफरी का माहौल पैदा हो गया जब और अधिवक्ताओं को पता चला कि उनके साथी अधिवक्ता पर आरके ऑफिस छाता तहसील में एक प्राइवेट कर्मचारी ने हमला कर दिया और उनके साथ मारपीट भी शुरू कर दी जिसके विरोध में अधिवक्ताओं ने छाता तहसील परिसर में नारेबाजी की मामले को ज्यादा बढ़ता हुआ देख मौके पर स्थानीय पुलिस पहुंची और प्राइवेट कर्मचारी को अपने साथ थाने ले आई।अशोक नामक प्राइवेट कर्मचारी इस समय छाता तहसील के आरके ऑफिस में कार्यरत है और सरकारी फाइलों का काम करता है जब किसी अधिवक्ता ने गांव बसई खुर्द की फाइल को लेकर प्राइवेट कर्मचारी अशोक से बात की तो वह उनसे अभद्र व्यवहार करने लगा वही तहसील में टाइपिस्ट बलवीर ने जानकारी देते हुए बताया कि बिना सेवा शुल्क के छाता तहसील परिसर में कोई भी कार्य नहीं होता है और कहा कि बसई खुर्द गांव की दाखिला खारिज की फाइल थी जिसमें एक व्यक्ति का नाम चढ़ना था प्राइवेट कर्मचारी अशोक द्वारा सेवा शुल्क ना दिए जाने पर कार्य नहीं किया जा रहा जैसे ही उसने कार्य करने के लिए कहा तो वे उन पर उत्तेजित हो गया और उनके ऊपर पास में ही रखी नुकीली वस्तु से उनके ऊपर प्रहार कर दिया जैसे ही अन्य अधिवक्ताओं को इस बारे में पता चला तो सभी अधिवक्ता एकत्र हो गए और भ्रष्टाचार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे सभी अधिवक्ताओं ने छाता तहसीलदार विवेकशील यादव पर भी गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि सब कुछ इन्हीं के इशारे पर किया जा रहा है।सभी अधिवक्ता तहसीलदार विवेकशील यादव के सामने नारे लगाते हुए गए और अपनी बात को रखा तब तहसीलदार विवेकशील यादव ने कहा कि छाता तहसील से सभी प्राइवेट कर्मचारियों को हटा दिया जाएगा और उनकी समस्या का जल्द समाधान किया जाएगा अधिवक्ताओं ने प्राइवेट कर्मचारी अशोक कुमार के खिलाफ थाने में तहरीर दी और मुकदमा दर्ज कर उसके खिलाफ कार्यवाही करने की मांग की इस दौरान छाता बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष प्रहलाद चौधरी ने कहा कि छाता तहसील में प्राइवेट कर्मचारी तहसीलदार के लिए दुधारू गाय जैसा काम कर रहे हैं सभी कर्मचारियों पर कोई भी कार्यवाही नहीं की जाती और यह लोग ऐसे ही तहसील में भ्रष्टाचार बचाते हैं और लोगों को लूटते है।