भास्कर पोखरियाल
रुद्रपुर। विधानसभा चुनाव का बिगुल बजने के साथ ही उत्तराखंड की दो बड़ी पार्टियां भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के दावेदारों में अब उछलकूद बड़ी तेजी से मच गई है। सभी दावेदारों ने अपने पार्टी आलाकमान और अपने आकाओं के चक्कर काटने शुरू कर दिए हैं। वहीं दोनों ही पार्टियों की ओर से पर्यवेक्षकों ने भी प्रदेश में डेरा डाल दिया है और रायशुमारी के बाद अब प्रदेश संगठन सहित पार्टी आलाकमान के पाले में गेंद फेंकी जा रही है।
विगत दिवस जहां भाजपा ने जिला कार्यालय में रुद्रपुर विधानसभा सीट पर नौ लोगों की दावेदारी का पूरा विवरण प्रदेश संगठन को सौंपा, वहीं कांग्रेस में भी अब रुद्रपुर विधानसभा सीट से श्रमिक नेता एवं मजदूर कामगार कांग्रेस संगठन के प्रदेश अध्यक्ष सीपी शर्मा ने भी पार्टी आलाकमान के समक्ष अपनी दावेदारी रखी है। यदि ब्राह्मण वर्ग का कोई प्रत्याशी तय किया गया तो इसमें सीपी शर्मा भी कांग्रेस पार्टी से टिकट लाने में कामयाब माने जा रहे हैं।
उनका जो आज तक का राजनीतिक इतिहास है, वह भी सामाजिक सेवा करने के चलते कांग्रेस के पार्टी आलाकमान उस पर मंथन कर सकते हैं। फिलहाल तो कयासों का दौर लगातार जारी है, लेकिन फिर भी सूत्रों के हवाले से मिली जानकारी के अनुसार सीपी शर्मा भी रुद्रपुर विधानसभा से कांग्रेस पार्टी का टिकट ला सकते हैं।
हरदा और प्रीतम की गुड बुक में हैं शामिल
तराई की सियासत में हलचल यह भी है कि सीपी शर्मा का पंतनगर सिडकुल से श्रमिक वर्ग में अच्छी-खासी पकड़ है। वह श्रमिक नेता के रूप में जो जाने ही जाते हैं, साथ ही वे पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह की भी गुड बुक में हैं। हालांकि उधर कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री मीना शर्मा भी अपना टिकट फाइनल होने में पूरी तरह से आश्वस्त हैं, लेकिन जिस तरह से दिल्ली दरबार में कांग्रेस के टिकट को लेकर के मंथन चल रहा है, उसमें सीपी शर्मा को भी कहीं से कमजोर नहीं आंका जा सकता। हमेशा से जन हितों के मामले उठाने वाले सीपी शर्मा भी कांग्रेस पार्टी से रुद्रपुर विधानसभा के चुनाव में अपना भीमरूपी कदम रख सकते हैं।