खुलासा : चुनावी रंजिश के चलते की गई थी भाजपा नेता की हत्या

  • एसपी ने किया घटना का खुलासा, छः गिरफ्तार, पांच लाख में तय हुआ था हत्या का प्लान
  • धर्मवीर की जमानत कराने के बदले में बनाई थी हत्या करने की रणनीति
  • बरेली जेल में सजा काट रहे महेश यादव से जाकर की थी मुलाकात, बनाई थी योजना

संभल। संभल के जुनावई थाना क्षेत्र के दफ्तरा गांव निवासी भाजपा नेता गुलफाम सिंह यादव के पेट में जहरीला इंजेक्शन लगाकर की गई हत्या का खुलासा मंगलवार को कर दिया गया। हत्या करने के मामले में पुलिस ने छ: आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गुलफाम सिंह की हत्या चुनावी रंजिश के चलते की गई थी जिसमें हत्या के लिए 5 लाख रुपए तय किए गए थे।

बता दें कि जुनावई थाना क्षेत्र के दफ्तरा गांव निवासी भाजपा नेता गुलफाम सिंह यादव की घेर में बैठे समय बीते 10 मार्च को बाइक सवारों द्वारा जहरीला इंजेक्शन पेट में लगाकर हत्या कर दी गई थी। एसपी सहित तमाम पुलिस अफसरों ने घटना स्थल का जायजा लिया था। जिसके लिए एसपी के निर्देश पर आठ टीमें जांच के लिए गठित की गई थीं। जिसमें जुनावई थाने से तीन टीमें, गुन्नौर से दो टीमें तथा एक सर्विलांस की टीम और एसओजी की टीम सहित कुल 8 टीम हत्या का खुलासा करने में लगी हुई थीं आसपास क्षेत्र के सीसीटीवी कैमरों को खंगाला जा रहा था।

हत्या होने के मामले में जुनावई के मढ़कावली निवासी धर्मवीर उर्फ धम्मा पुत्र मोहन सिंह, मेंढोली निवासी महेश यादव पुत्र सेवाराम व रवि यादव पुत्र महेश यादव तथा डॉ.  मुकेश यादव पुत्र लालाराम तथा दो अज्ञात के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया गया था। पुलिस द्वारा लगातार आरोपियों के घर पर दबिश भी दी गईं।
मुखबिर की सूचना पर आरोपी मुकेश व उसके साथी विकास और नारद उर्फ रामनिवास को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में मुकेश ने बताया कि गुलफाम सिंह की हत्या चुनाव को लेकर रंजिश के चलते की गई थी। क्यों कि वह गुलफाम सिंह को रास्ते से हटाना चाहते थे। इसके अलावा उसके अन्य साथियों को भी गिरफ्तार कर लिया गया।

हत्या करने में शामिल अभियुक्त मेंढोली निवासी महेश यादव पुत्र सेवाराम , महेश यादव का बेटा रवि यादव, मुकेश यादव पुत्र छत्तर यादव, जुनावई के ही विधौती फाजलपुर निवासी विकास पुत्र शिवनारायन, कैला देवी थाना क्षेत्र के बसला की मढ़ैया निवासी रामनिवास उर्फ नारद पुत्र भीम सिंह व कासगंज जनपद निवासी पप्पू पुत्र रामप्रकाश को गिरफ्तार का संबंधित धाराओं में दर्ज मुकदमे के आधार पर कार्रवाई करते हुए जेल भेजा गया है।

बीते वर्ष नवंबर में ही बना ली थी हत्या की योजना –

भाजपा नेता गुलफाम सिंह की हत्या की योजना बीते वर्ष नवंबर में ही बना ली गई थी। जिसमें बीते वर्ष नवंबर में बरेली जेल में सजा काट रहे महेश यादव से जाकर मुलाकात की थी और वहीं से गुलफाम सिंह को रास्ते से हटाने की योजना बनाई थी। महेश यादव ने योजना के दौरान बताया था कि धर्मवीर यादव की जमानत और उसका खर्च होने वाला पूरा पैसा हम उठाएंगे उसके बाद ही वह उनकी मदद करेगा। मुकेश यादव ने योजना बनाने के बाद बताया था कि इसके बदले में धर्मवीर को गुलफाम सिंह की हत्या करनी होगी।

उसी के चलते धर्मवीर की जमानत में महेश यादव ने ही 35 हजार रुपए खर्च किए थे। महेश यादव ने ही धर्मवीर को हत्या करने का नया तरीका बताया था जिससे कि सामान्य मृत्यु लगे। जेल से आने के बाद धर्मवीर का ट्रैक्टर भी एक लाख रुपए में छुड़वाया था।

योजना के तहत ही धर्मवीर ने बाबूराम फौजी से निकटता बनाई थी, जिससे कि गुलफाम सिंह यादव के घर पहुंच सके। बाबूराम फौजी के माध्यम से ही मृत्यु होने से पहले गुलफाम सिंह से ये लोग मिले थे। साथ ही गुलफाम सिंह की दैनिक गतिविधि पर भी नजर रखी जा रही थी। इसके साथी हत्या से एक दिन पहले 9 मार्च को महेश यादव ने मुकेश, नेमपाल तथा धर्मवीर को अपने बंद पड़े ईंट भट्ठे पर बुलाया और योजना तैयार की थी।

हत्या में प्रयुक्त किए गए केमिकल युक्त इंजेक्शन को नेमपाल ही लाया था। जिसकी जानकारी नेमपाल को उसके साथी विकास यादव के द्वारा हुई थी। नेमपाल को रामनिवास से मिलवाया गया था, जो कि इस तरह की दवाइयां रखते थे।

घटना से पहले  वहीं मौजूद थे धर्मवीर और महेश –

घटना के दौरान घटना से पहले धर्मवीर व महेश वहीं आसपास मौजूद थे। मुकेश और नेमपाल बाइक से आए थे। महेश भी मदद के लिए घटनास्थल से मात्र 10 कदम की दूरी पर वहीं खड़ा था। जिससे कि घटना के दौरान कोई समस्या न आए। घटना के दौरान गुलफाम सिंह के घेर में जाकर उनके नेमपाल और धर्मवीर द्वारा इंजेक्शन लगाया गया। मुकेश निगरानी कर रहा था। इंजेक्शन लगाने के बाद तीनों बाइक से फरार हो गए थे।

इसके बाद मंगलवार को ही पुलिस ने जुनावई के हरि बाबा इंटर कॉलेज के पास से महेश यादव और उसके पुत्र रवि यादव तथा साथी सुधीर कुमार उर्फ पप्पू यादव को गिरफ्तार कर लिया।

महेश यादव के बेटे रवि यादव के सामने गुलफाम सिंह यादव ब्लॉक प्रमुख का चुनाव लड़े थे इसके चलते महेश ने रास्ते से हटाने की योजना तैयार कर ली थी। धर्मवीर बीते वर्ष नवंबर में ही जेल से छूटकर आया था। शरण देने में कासगंज जनपद के निवासी सुधीर उर्फ पप्पू पुत्र राम प्रकाश को भी गिरफ्तार किया गया है।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें

मुखवा में पीएम मोदी ने की गंगा पूजा अंसल एपीआई पर कार्रवाई : पिता – पुत्र समेत 5 पर मुकदमा दर्ज ट्रंप ने भारत , चीन समेत देशों पर उच्च शुल्क लगाने का किया ऐलान परिजनों ने कहा – सचिन तो सिर्फ मोहरा , कत्ल के पीछे कोई ओर रूम पर चलो नहीं तो नौकरी छोड़ : नर्सिंग ऑफिसर की पिटाई