
लुधियाना : लुधियाना के गांव ससराली में सतलुज दरिया का पानी लगातार नुकसान पहुंचा रहा है। देर रात धुस्सी बांध का बड़ा हिस्सा टूट गया, जिसके बाद नदी का पानी गांवों में घुसने लगा। स्थिति को देखते हुए गुरुद्वारों से 15 गांवों के लोगों को अलर्ट किया गया और सुरक्षित स्थानों पर पलायन की अपील की गई।
रेड अलर्ट जारी
जिला प्रशासन ने ससराली इलाके में रेड अलर्ट घोषित कर दिया है। बुधवार को बांध की दरारें सही की गई थीं, लेकिन लगातार बहाव ने मिट्टी बहा दी। शुक्रवार रात को बांध का करीब 50% हिस्सा टूट चुका था। प्रशासन ने लोगों को राहों रोड, चंडीगढ़ रोड, टिब्बा रोड, मत्तेवाड़ा स्कूल और मंडी समेत कई जगह बनाए गए राहत केंद्रों में शिफ्ट होने की सलाह दी।
सेना और पुलिस तैनात
सुबह होते ही सेना और पुलिस ने आम लोगों को बांध पर जाने से रोक दिया और खुद बांध को मजबूत करने में जुट गए। मांगट कॉलोनी में भी स्थानीय लोग बांध बनाने में मदद कर रहे हैं। डीसी हिमांशु जैन ने कहा कि बांध के तीन पॉइंट्स में से एक पर हालात गंभीर हैं, जहां काम जारी है। उन्होंने लोगों से फर्जी खबरों पर ध्यान न देने की अपील की।
फसलें बर्बाद, 45 लोगों की मौत
पंजाब में बाढ़ से अब तक 1.72 लाख हेक्टेयर से ज्यादा फसल बर्बाद हो चुकी है। फाजिल्का, मानसा, अमृतसर, गुरदासपुर और तरनतारन जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। खेतों में गाद जमने से अगली फसल लेना किसानों के लिए बड़ी चुनौती होगी। अब तक 45 लोगों की जान जा चुकी है और 3 लोग लापता हैं।
राहत और बचाव कार्य
एनडीआरएफ, बीएसएफ और सेना की टीमें मोर्चा संभाले हुए हैं। अब तक 21,929 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है और 196 राहत केंद्र चलाए जा रहे हैं। 19 जिलों में 3.84 लाख से ज्यादा लोग प्रभावित हैं।
सेना का अनोखा रेस्क्यू: दूल्हा पहुंचा शादी में
गुरदासपुर के गांव चौंतरा में रावी नदी का पानी भर जाने से शादी पर संकट मंडराने लगा। सेना की 270 इंजीनियर रेजीमेंट ने नाव से पहुंचकर दूल्हे और 11 रिश्तेदारों को सुरक्षित निकालकर शादी स्थल तक पहुंचाया, जिससे बारात समय पर निकली।