
अफगानिस्तान में एक बार फिर से भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। मंगलवार को दक्षिण-पूर्वी हिस्से में 5.5 तीव्रता का भूकंप आया। इससे पहले अफगानिस्तान के जलालाबाद में रविवार रात 6.0 तीव्रता का भूकंप आया था।
भूकंप से मरने वालों की संख्या अब तक 1411 हो गई है, जबकि घायलों का आंकड़ा 3250 से ज्यादा हो गया है। रविवार को जिस वक्त भूकंप आया तब ज्यादातर लोग सो रहे थे, इस वजह से वे इमारतों के मलबे में दब गए। न्यूज एजेंसी AP के मुताबिक तालिबान ने इसकी जानकारी दी है।
अफगानिस्तान की तालिबान सरकार ने दुनियाभर से मदद मांगी हैं। इसके बाद भारत ने मदद के लिए 1000 टेंट काबुल भेजे हैं। साथ ही, 15 टन खाने का सामान काबुल से कुनार भेजा।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने X पर लिखा कि भारत आगे भी राहत सामग्री भेजेगा। 2021 में तालिबान सरकार बनने के बाद अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं ने अफगानिस्तान की मानवीय सहायता रोक दी थी।
भूकंप से तबाही की 10 फुटेज…










PM मोदी ने भी संवेदना जताई
PM मोदी ने अफगानिस्तान में आए भूकंप पर दुख जताया है। उन्होंने X पर लिखा-
संयुक्त राष्ट्र ने भी मृतकों के लिए दुख जताया है। X पर संयुक्त राष्ट्र ने कहा कि हमारी टीमें पहले से ही राहत बचाव काम में लगी हुई हैं।
At least 800 people have been killed and many more injured in the devastating earthquake in #Afghanistan.
— UN Humanitarian (@UNOCHA) September 1, 2025
Casualties are expected to rise as search & rescue efforts continue.@UN and humanitarian partners are delivering urgent assistance.
Flash update: https://t.co/DMlauvST6Z pic.twitter.com/EpANH1rHhL
अफगानिस्तान की अपील के बाद भारत के अलावा चीन और ब्रिटेन जैसे देशों ने भी मदद भेजी है।
ब्रिटेन ने भूकंप से प्रभावित परिवारों की मदद के लिए 1 मिलियन पाउंड (10 करोड़) की इमरजेंसी फंड का ऐलान किया है। वहीं, चीन ने कहा कि वह अफगानिस्तान की जरूरतों और अपनी क्षमता के मुताबिक उसकी मदद करेंगे।
भूकंप ने किए कई गांव तबाह
अमेरिकी भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) के मुताबिक भूकंप 2 लाख की आबादी वाले जलालाबाद शहर से लगभग 17 मील दूर नांगरहार प्रांत में आया। जहां कई गांव मलबे में बदल गए। यह इलाका राजधानी काबुल से 150 किमी दूर है। यह एक पहाड़ी इलाका है। जो भूकंप के लिए रेड जोन माना जाता है। जहां सहायता पहुंचाना भी मुश्किल है।
NYT की रिपोर्ट के मुताबिक सबसे ज्यादा मौतें पड़ोसी कुनार प्रांत में हुई हैं। यहां सोमवार को 4.6 तीव्रता का एक और भूकंप आया।
अल जजीरा के मुताबिक भूकंप के झटके पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा और पंजाब प्रांत में भी महसूस हुए। वहीं, भारत के गुरुग्राम में भी हल्के झटके महसूस किए गए।