समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने 26 जनवरी को महाकुंभ में संगम में डुबकी लगाने के बाद वहां की व्यवस्थाओं की आलोचना की तो इस पर उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, एवं भाजपा प्रवक्ता ने पलटवार किया और नाराज़गी जाहिर की ,बताते चले की अखिलेश यादव ने डुबकी लगाने के बाद महाकुम्भ की व्यवस्थाओ को लेकर उन्होंने कहा था की “व्यवस्थाएं और बेहतर हो सकती थी ,10 हज़ार करोड़ अगर खर्च किये गए हैं तो दिल्ली सरकार 10 हज़ार करोड़ और दे ,जो साधु संतो का खर्चा हो रहा है वह खर्चा सरकार अपने ऊपर ले ले ,ट्रैफिक व्यवस्था को और बेहतर किया जा सकता है “
वहीं अखिलेश के द्वारा दिए गए बयान पर पलटवार करते हुए उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि अखिलेश यादव की भी सरकार थी, उस समय कुंभ किस तरह हुआ था सभी ने देखा है। अखिलेश यादव के वक्त कुंभ में कितनी अवव्यवस्था थी। कुंभ में मूर्ति बनाने वाले लोगों से अखिलेश मिले हैं, क्या यह राजनीति नहीं है। वह पहले अपनी गिरेबान में झांके, भारतीय जनता पार्टी के लोगों को नसीहत न दें।
भाजपा प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने कहा कि राजनीतिक कारणों से दिव्य भव्य कुम्भ को अखिलेश यादव बदनाम कर रहे है। कुंभ की व्यवस्थाओं की देश दुनिया में सराहना हो रही है। उम्मीद थी कि अखिलेश यादव में सकारात्मक चेतना आएगी, कुंभ स्नान के बाद साधु संतों की संगत में बैठना चाहिए था।