
भाटपार रानी, देवरिया : पीडब्ल्यूडी द्वारा निर्मित भिंगारी बाजार-भवानी छापर, हरेराम चौराहा, पकड़ी बाबू व भवानी छापर-प्रतापपुर मुख्य मार्गों की पटरियों पर जंगली पौधों का घना अतिक्रमण हो गया है। इससे आए दिन साइड लेते समय राहगीर अनियंत्रित होकर गिरकर घायल हो रहे हैं, वहीं विभाग मौन बना हुआ है।
बता दें कि इन सड़कों के दोनों तरफ बनी हुई पटरियां घने पौधों से ढक गई हैं। इसके चलते ये सड़कें संकरी हो गई हैं। तमाम पौधों की पत्तियां व छोटी-छोटी डालियां सड़कों की पटरियों पर लटक रही हैं। सड़कों की पटरियों पर जंगली पौधों का सर्वाधिक अतिक्रमण चकिया कोठी चौराहा से सिरसिया पवार गांव तक है। वहीं मदनचक से प्रतापपुर तक भी यही स्थिति है।
इसका नतीजा यह है कि जब कई वाहन एक साथ गुजरते हैं तो उन्हें साइड लेने में परेशानी का सामना करना पड़ता है, जिससे दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं। खासकर सड़कों के मोड़ पर सामने से आती गाड़ियां दिखाई नहीं देतीं, जो दुर्घटनाओं का सबब बन जाती हैं।
ये सड़कें काफी व्यस्त रहती हैं। इनसे होकर प्रतिदिन हजारों छात्रों सहित राहगीरों का आना-जाना लगा रहता है। इन सड़कों पर दिनभर साइकिल सवारों, मोटरसाइकिल व चारपहिया वाहनों का तांता लगा रहता है। इन सड़कों की देखरेख के लिए तमाम कर्मचारी नियुक्त हैं, बावजूद इसके विभाग द्वारा सड़कों की पटरियों पर उगे घने पौधों को साफ नहीं किया जा रहा है।
क्षेत्र के भवानी छापर निवासी सामाजिक कार्यकर्ता चन्दन जायसवाल, सिरसिया पवार निवासी शिक्षक मदन सिंह, राजपुर निवासी लोकगायक सुभाष यादव, चकिया कोठी निवासी डॉ. सुल्तान हक, लक्ष्मण चक निवासी पूर्व प्रधानाचार्य रमाकांत सिंह, परगसहां निवासी क्षेत्र पंचायत सदस्य संदीप शर्मा, बलिवन निवासी सामाजिक कार्यकर्ता धर्मनाथ कुशवाहा, खुरवसिया उत्तर निवासी प्रबंधक भोला पाठक व डाक कर्मचारी सुधांशु तिवारी आदि ने इन महत्वपूर्ण सड़कों की पटरियों को साफ किए जाने की मांग की है, ताकि राहगीरों को आवागमन में कोई दिक्कत न हो सके।
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