
Deoria : देवरिया के नवागत तेज तर्रार एसपी संजीव कुमार सुमन की सक्रियता से जहां एक ओर अपराधियों में खौफ व्याप्त है, वहीं दूसरी ओर पुलिस विभाग में भी हड़कंप मचा हुआ है।नवागत एसपी ने बिहार बॉर्डर पर स्थित श्रीरामपुर थाना की जांच बुधवार की शाम की।इस दौरान अभिलेखों की रख-रखाव में लापरवाही मिलने व विभागीय सवालों का जबाव न दे पाने के कारण थानाध्यक्ष कपिलदेव चौधरी को निलंबित कर दिया।वहीं दो एसआई से स्पष्टीकरण मांगा है।एसपी की इस कार्रवाई से जिले की पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है। वहीं एसपी की उत्तम कार्यशैली की चर्चा आम जनता में खूब हो रही है।बता दें कि बिहार में शराब तस्करी रोकने व अपराधियों पर शिकंजा कसने के मकसद से तीन साल पहले खामपार थाना से अलग कर श्रीरामपुर थाना की स्थापना हुई थी।बिहार सीमा पर सटे होने के कारण यह थाना क्षेत्र शराब तस्करी के लिए चर्चा में रहता है।
थाना क्षेत्र के भवानी छापर व प्रतापपुर में पुलिस चौकियां स्थापित हैं।बावजूद इसके बिहार में शराब तस्करी नहीं रुक रही है। सूत्र बताते हैं कि कुछ स्थानीय पुलिसकर्मियों की मिली भगत से बिहार में शराब तस्करी का धंधा फल-फूल रहा है।पुलिस अधीक्षक ने अपने निरीक्षण के दौरान अभिलेख कक्ष, मालखाना, हवालात,आरक्षी बैरक, भोजनालय, शस्त्रागार,महिला सहायता कक्ष,बीट सूचना रजिस्टर, आगन्तुक रजिस्टर,मिशन शक्ति केन्द्र की रख -रखाव व साफ-सफाई का गहन निरीक्षण किया।इस दौरान कई रजिस्टर अधूरे पाए गए।वहीं एसपी ने दो उपनिरिक्षको सहित थानाध्यक्ष से हथियारों व गोला बारूद से सम्बंधित कई बुनियादी सवाल भी पूछे।
जिसका जवाब न पाकर नाराज एसपी ने कड़े रुख दिखाया।एसपी ने तत्काल प्रभाव से थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया।इस दौरान एसपी ने समयबद्ध तरीके से मुकदमों की विवेचना करने, ग्राम चौपाल लगाने व फरियादियों की हर समस्याओं का गम्भीरता से समाधान करने के कड़े निर्देश दिए।एसपी के इस कड़े तेवर की जनता में खूब चर्चा हो रही है।वहीं सूत्रों का कहना है कि एसपी की कार्रवाई की जद में जिले के कई पुलिसकर्मी भी आ सकते हैं।इस बाबत पूछे जाने पर एसपी संजीव कुमार सुमन ने कहा कि कर्तव्यों में लापरवाही बरतने के कारण श्रीरामपुर थाना के इंस्पेक्टर को निलंबित कर दिया गया है।किसी भी दशा में अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।