
देवरिया : लोकसभा के लिए संकल्पित अमृत प्रयास कार्यक्रम के तहत जिला पंचायत सभागार में कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में अमृत प्रयास के तहत लिए गए सात संकल्पों में से प्रथम संकल्प कैश क्रॉप एवं एग्रो प्रोसेसिंग में प्रोत्साहन और प्रयास विषय पर विशेषज्ञों ने अपने विचार व्यक्त किए।
कार्यक्रम का शुभारंभ बतौर मुख्य अतिथि भारत सरकार के केंद्रीय राज्य मंत्री कमलेश पासवान, विशिष्ट अतिथि किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कामेश्वर सिंह व सदर सांसद शशांक मणि ने दीनदयाल उपाध्याय और श्यामा प्रसाद मुखर्जी के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलित कर किया। कार्यक्रम के दौरान प्रगतिशील किसानों को अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि केंद्रीय राज्य मंत्री कमलेश पासवान ने कहा कि हमारा देश एक कृषि प्रधान देश रहा है, जहां किसान अपनी मेहनत और परिश्रम से फसलों का उत्पादन करता है। जब से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की सरकार बनी है, हमारे अन्नदाता किसानों की आर्थिक स्थिति में काफी सुधार हुआ है। उन्होंने कहा कि अमृत प्रयास के तहत जो सात संकल्प लिए गए हैं, सदर सांसद द्वारा यह बहुत ही सराहनीय प्रयास है, जो किसानों की फसल का उचित मूल्य दिलाने का कार्य करेगा तथा उनकी आर्थिक और सामाजिक स्थिति में आश्चर्यजनक बदलाव लाएगा। उन्होंने कहा कि इन संकल्पों को साकार करने के लिए हम सभी को साथ मिलकर काम करना होगा।
विशिष्ट अतिथि व किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कामेश्वर सिंह ने कहा कि भारत सरकार और राज्य सरकारें किसानों को एग्रो-प्रोसेसिंग इकाइयाँ स्थापित करने के लिए वित्तीय सहायता और अनुदान प्रदान कर रही हैं। संक्षेप में, कैश क्रॉप की खेती करके किसान अपनी आय बढ़ा सकते हैं, और फिर एग्रो-प्रोसेसिंग के माध्यम से उन फसलों को मूल्यवर्धित उत्पादों में बदलकर उनका लाभ और बढ़ा सकते हैं। कृषि क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं, जिससे किसान अपनी आय बढ़ा सकते हैं। इसमें सरकार अनेक योजनाओं और अनुदान के माध्यम से अन्नदाता किसानों की मदद कर रही है।
सदर सांसद शशांक मणि ने कहा कि देवरिया लोकसभा के समुचित विकास में कृषि और किसानों की बहुत ही महत्वपूर्ण भागीदारी है। उन्होंने कहा कि सकल घरेलू उत्पाद को बढ़ाने के लिए हमने जो संकल्प लिया है उसमें आप सभी का सहयोग आवश्यक है। किसान हमारे देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ हैं। कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है, न केवल इसलिए कि इससे देश की अधिकांश जनसंख्या को खाद्य की आपूर्ति होती है, बल्कि इसलिए भी कि भारत की आधी से अधिक आबादी प्रत्यक्ष रूप से जीविका के लिए कृषि पर निर्भर है। उन्होंने बताया कि प्रोसेस्ड फसलों का बाज़ार में अच्छा मूल्य मिलता है, जिससे किसानों की आय बढ़ती है। कटाई के बाद की गतिविधियों से फसल का नुकसान कम होता है तथा प्रसंस्करण उद्योगों की स्थापना से नए रोजगार के अवसर भी पैदा होते हैं।
कृषि विशेषज्ञ नरेश ने कहा कि कैश क्रॉप वे फसलें हैं, जो सीधे बेचने या उपभोग करने के बजाय बाज़ार के लिए उगाई जाती हैं, जैसे गन्ना, कपास, जूट, चाय और कॉफी। जबकि एग्रो-प्रोसेसिंग उन कच्चे कृषि उत्पादों को मूल्यवर्धित खाद्य या औद्योगिक उत्पादों में बदलने की प्रक्रिया है। इस प्रक्रिया में धुलाई, सुखाना, काटना, डिब्बाबंद करना और पैकेजिंग जैसी क्रियाएं शामिल हैं, जो किसानों को अपनी फसलों के लिए बेहतर दाम दिलाने, आय बढ़ाने और फसल के बाद होने वाले नुकसान को कम करने में मदद करती हैं।
कार्यक्रम को सदर विधायक डॉ. शलभ मणि त्रिपाठी, तमकुही के विधायक सुरेंद्र कुशवाहा, भाजपा नेता मारकंडे तिवारी ने भी संबोधित किया। कृषि और कृषि उत्पाद के महत्व को रेखांकित करते हुए कार्यक्रम का सफल संचालन किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष पवन कुमार मिश्रा ने किया।
इस दौरान वरिष्ठ भाजपा नेता विष्णुंभार मिश्रा, पूर्व जिलाध्यक्ष अंतर्यामी सिंह, डॉ. अभय मणि त्रिपाठी, नरेंद्र मिश्रा पप्पू, जिला महामंत्री श्रीनिवास मणि त्रिपाठी, मुकुल मणि त्रिपाठी, प्रमोद शाही, रविंद्र कौशल, गंगा सिंह कुशवाहा, राजेश कुमार मिश्रा, कृष्णनाथ राय, रविंद्र पांडे बबुना, डॉ. हेमंत मिश्रा, अंकुर राय, बृजेश कुशवाहा, नगर अध्यक्ष रमेश वर्मा, प्रवीण प्रताप मल्ल, गोविंद चौरसिया, राजन सोनकर, गिरिजेश मणि त्रिपाठी, दिनेश तिवारी, नागेंद्र तिवारी, शिक्षक नेता नरेंद्र तिवारी, अजय उपाध्याय, भारती शर्मा, ब्लॉक प्रमुख पिंटू जायसवाल, अखिलेश, किसान सुमरी देवी, मालती देवी, वीरेंद्र कुमार मौर्य, नागेंद्र सिंह, त्रिभुवन लाल, राकेश मिश्रा, विकास सिंह सहित पार्टी कार्यकर्ता और अन्नदाता किसान उपस्थित रहे।
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