
दिल्ली सरकार द्वारा की गई 177 मनोनीत नियुक्तियों को भाजपा सरकार ने रद्द कर दिया है। इनमें से अधिकांश नियुक्तियां राजनीतिक पृष्ठभूमि से संबंधित थीं, जिनमें मौजूदा विधायकों, पूर्व विधायकों और अन्य राजनीतिक पदाधिकारियों का समावेश था।
भाजपा ने इन नियुक्तियों को रद्द करने का निर्णय ऐसे समय में लिया जब राजनीतिक गतिविधियों में तेजी आ रही है। पार्टी के प्रवक्ताओं का कहना है कि ये नियुक्तियां केवल राजनीतिक फायदे के लिए की गई थीं और इसमें पारदर्शिता और योग्यता का अभाव था।
इस कदम को लेकर दिल्ली के राजनीतिक हलकों में काफी चर्चा हो रही है। विरोधी पार्टियों ने इस निर्णय की निंदा की है और इसे लोकतंत्र की हत्या के रूप में बताया है। वहीं, भाजपा के समर्थक इसे उचित कदम मान रहे हैं ताकि सरकारी संस्थाओं में योग्य एवं निष्पक्ष व्यक्तियों की नियुक्ति की जा सके।