दिल्ली वक्फ़ बोर्ड से जुड़े इमाम और मोअज्जिन 17 महीने से वेतन नहीं मिलने से नाराज हो कर आज दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल के 5 फिरोजशाह रोड स्थित सरकारी आवास पर पहुंचे, लेकिन पुलिस ने उन्हें उनके घर से दूर ही रोक लिया। ऑल इंडिया इमाम एसोसिएशन के अध्यक्ष मौलाना साजिद रशीदी के नेतृत्व में इमामों को केजरीवाल से मिले बगैर खाली हाथ लौटना पड़ा। बाद में केजरीवाल के आवास से 28 दिसंबर को मिलने का समय दिए जाने के बाद इमाम वहां से वापस चले गए।
ऑल इंडिया इमाम एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना साजिद रसीदी ने बताया कि दिल्ली वक्फ़ बोर्ड जो कि दिल्ली सरकार के अधीन आता है, उसकी मस्जिदों में तैनात 240 के करीब इमाम और मोअज्जिन को पिछले 17 महीने से वेतन नहीं मिल पा रहा है। बार-बार सरकार से अनुरोध करने के बावजूद इस समस्या का कोई समाधान नहीं निकाला जा रहा है। इसलिए आज वह केजरीवाल से मिलने उनके आवास आए थे लेकिन उन्हें मिलने नहीं दिया गया। उन्होंने बताया कि हमें परसों 28 दिसंबर को शाम 5 बजे का समय दिया गया है।
उन्होंने बताया कि वेतन नहीं मिलने की वजह से इमामों की दयनीय स्थिति हो गई है। हम सभी लोग उधार मांग कर अपना गुजर बसर कर रहे हैं। बच्चों की स्कूल की फीस आदि भी समय पर अदा नहीं कर पा रहे हैं। इमान को 18000 रुपया प्रतिमाह और मोअज्जिन को 16000 रुपया प्रतिमाह वक्फ़ बोर्ड के जरिए दिया जाता है। अगर परसों केजरीवाल से मुलाकात के बाद हमारी समस्या का समाधान नहीं होता है तो वह केजरीवाल के घर के बाहर धरना प्रदर्शन करने पर मजबूर हो जाएंगे।