
दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) ने बीकॉम ऑनर्स में दाखिले के लिए 12वीं कक्षा में गणित या एप्लाइड गणित को अनिवार्य बनाने के अपने पहले के फैसले को वापस ले लिया है। अब वे छात्र भी इस कोर्स में प्रवेश ले सकेंगे, जिन्होंने 12वीं में गणित नहीं पढ़ा था। इससे उन छात्रों के लिए बीकॉम ऑनर्स के दरवाजे फिर से खुल गए हैं, जो पहले इस शर्त के कारण दाखिला नहीं ले पा रहे थे।
पहले डीयू ने यह नियम लागू किया था कि बीकॉम ऑनर्स में दाखिला लेने के लिए 12वीं में गणित या एप्लाइड गणित पढ़ना जरूरी होगा। इस निर्णय के बाद छात्रों और विभिन्न शिक्षक संगठनों ने इसका विरोध किया, क्योंकि इससे उन छात्रों के करियर विकल्प सीमित हो गए थे, जो गणित के बिना कॉमर्स स्ट्रीम में पढ़ाई कर रहे थे। हजारों छात्रों को इस निर्णय से नुकसान हो सकता था, जिसके कारण विद्यार्थी संगठनों और शिक्षाविदों ने इसे बदलने की मांग की।
अब दिल्ली विश्वविद्यालय ने नए नियम लागू किए हैं, जिसके तहत छात्र सीयूईटी (कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट) में दो अलग-अलग विषय संयोजनों में से किसी एक के साथ परीक्षा दे सकते हैं।
पहला कॉम्बिनेशन हो सकता है:
- कोई एक भाषा (जैसे हिंदी, अंग्रेजी)
- गणित या एप्लाइड गणित
- सूची बी1 में से कोई दो अन्य विषय
दूसरा कॉम्बिनेशन हो सकता है:
- कोई एक भाषा
- अकाउंटेंसी या बुक कीपिंग
- सूची बी1 में से कोई दो अन्य विषय
इस बदलाव से उन छात्रों को खासा फायदा होगा जिन्होंने 12वीं में गणित नहीं पढ़ा, लेकिन वे अकाउंटेंसी या अन्य संबंधित विषयों में अच्छे हैं। छात्रों और शिक्षकों ने इस फैसले का स्वागत किया है, क्योंकि यह निर्णय शिक्षा को अधिक समावेशी और लचीला बनाएगा। इससे कई छात्रों को बीकॉम ऑनर्स में दाखिला लेने का मौका मिलेगा, जो पहले गणित के अनिवार्य होने के कारण इस कोर्स से वंचित रह जाते थे। यह कदम उन छात्रों के लिए राहत का कारण बना है, जो गणित के बिना भी कॉमर्स क्षेत्र में अपना करियर बनाना चाहते हैं।