
नई दिल्ली। साउथ दिल्ली के लोधी कॉलोनी थाना पुलिस को उस समय बड़ी सफलता हाथ लगी जब रात के दौरान बरापुला फ्लाईओवर पर तैनात पिकेट स्टाफ ने संदिग्ध रूप से दौड़ रही एक कैब को रोककर उसमें बैठे तीन बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया। दिल्ली पुलिस की इस चौकसी के चलते दो देसी कट्टे, छह जिंदा कारतूस और घटना में उपयोग की गई एक कार बरामद की गई है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान बदल राणा, शानू मलिक और गोलू खट्टाना उर्फ कौशिंदर के रूप में हुई है, जिनमें से दो पहले भी हत्या के मामलों में शामिल रह चुके हैं।
घटना 16 नवंबर की देर रात करीब 3 बजकर 19 मिनट की है, जब एचसी सचिन, एचसी पंकज और कॉन्स्टेबल लोकेश की टीम जे.एल.एन. स्टेडियम गेट नंबर 6 के पास लगाए गए रात्री पिकेट पर थी। इसी दौरान एक कैब संदिग्ध हालत में पिकेट के पास से गुजरी, जिसके ड्राइवर और सवारियों के हावभाव पर संदेह होने पर पुलिसकर्मियों ने उसे रुकवाया। कार में बैठे तीनों युवकों से जब उनके आने-जाने और गंतव्य के बारे में सवाल किए गए तो वे कोई संतोषजनक जवाब नहीं दे सके। शक के आधार पर की गई तलाशी में उनके बैग और जेबों से दो देसी कट्टे और .315 बोर के छह जिंदा कारतूस बरामद हुए। इसके बाद तीनों को मौके पर ही हिरासत में ले लिया गया और लोधी कॉलोनी थाने में आ Arms Act की धारा 25 के तहत मामला दर्ज किया गया।
पूछताछ में यह भी पता चला कि तीनों आरोपी मूल रूप से मेरठ के रहने वाले हैं और सब्ज़ी मंडी इलाके से पहले गुरुग्राम जाने के लिए रैपिडो बुक की थी, लेकिन बीच रास्ते में यात्रा रद्द कर दी और मेरठ—विशेष रूप से मवाना—जाने के लिए दूसरी टैक्सी हायर कर ली। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि ड्राइवर को इस यात्रा के वास्तविक उद्देश्य की जानकारी थी या नहीं। हथियार कहां से लाए गए, किसे देने थे, और किस वारदात में उपयोग की योजना थी—इन सभी पहलुओं पर जांच जारी है।
गिरफ्तार आरोपी बदल राणा (20) मेरठ के जालालपुर गांव का निवासी है, जबकि शानू मलिक (20) सरधना क्षेत्र का रहने वाला है और पहले भी हत्या के मामले में शामिल रहा है। तीसरा आरोपी गोलू खट्टाना उर्फ कौशिंदर (23) मवाना के रहमानपुर गांव का निवासी है और उसके खिलाफ भी एक हत्या का मामला दर्ज रह चुका है।
दिल्ली पुलिस साउथ ज़िले के डीसीपी अंकित चौहान (IPS) ने कहा कि पिकेट टीम की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई ने संभावित बड़ी वारदात को टाल दिया। अच्छे कार्य के लिए पुलिसकर्मियों को पुरस्कृत किया जाएगा। पुलिस अब हथियार सप्लायर की तलाश में है और मामले में और भी गिरफ्तारियां संभव हैं।















