दिल्ली नर्सरी एडमिशन की प्रक्रिया अब स्कूलों के हाथों में, जानें कब क्या होगा?

दिल्ली के स्कूलों में नर्सरी एडमिशन की प्रक्रिया अब स्कूलों के नियंत्रण में आ गई है। अभिभावकों की तरफ से आवेदन भरने की समय-सीमा खत्म होने के बाद अब पूरा ध्यान स्कूलों पर है। स्कूल पंजीकृत बच्चों का डेटा अपलोड करेंगे, अंक तय करेंगे और चयन सूची जारी करेंगे। आइए जानते हैं पूरी प्रक्रिया के बारे में।

नर्सरी दाखिले के लिए आवेदन बंद होते ही स्कूलों की जिम्मेदारी शुरू हो जाती है। 9 जनवरी से स्कूल पंजीकृत बच्चों का विवरण पोर्टल पर अपलोड करना शुरू करेंगे। इसके बाद 16 जनवरी तक स्कूल आधिकारिक प्वाइंट सिस्टम के आधार पर अंक अपलोड करेंगे। अभिभावकों को सबसे अधिक इंतजार पहली चयन सूची का रहता है, जो 23 जनवरी को जारी की जाएगी। जिन बच्चों का नाम पहली सूची में नहीं आएगा, उनके माता-पिता को घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि आगे भी मौके मिलेंगे।

अगर पहली सूची में कोई गलती या आपत्ति हो, तो अभिभावक 24 जनवरी से 3 फरवरी के बीच शिकायत दर्ज करा सकते हैं। दूसरी चयन सूची 9 फरवरी को जारी की जाएगी। यदि इसके बाद भी कोई सवाल या आपत्ति हो, तो 10 फरवरी से 16 फरवरी तक शिकायत का समाधान किया जाएगा। अगर तब भी सीटें खाली रहती हैं, तो 5 मार्च को अगली सूची जारी की जा सकती है। पूरी दाखिला प्रक्रिया का समापन 19 मार्च को होगा।

नर्सरी दाखिले में उम्र का नियम बहुत अहम है। नए नियमों के अनुसार, 31 मार्च 2026 तक बच्चों की न्यूनतम उम्र तय की गई है। नर्सरी (बाल वाटिका-1 / प्री-स्कूल 1) के लिए बच्चों की उम्र 3 से 4 साल होनी चाहिए। KG में 4 से 5 साल और कक्षा 1 में 5 से 6 साल के बच्चों को एडमिशन मिलेगा। ये नए उम्र नियम शैक्षणिक सत्र 2026-27 से पूरी तरह लागू होंगे।

स्कूलों को अभिभावकों के अनुरोध पर बच्चों की उम्र में अधिकतम 30 दिन तक की छूट देने का विकल्प भी दिया गया है। हालांकि, यह फैसला पूरी तरह स्कूल की नीति और सहमति पर निर्भर करेगा।

अभिभावकों को इस पूरी प्रक्रिया के दौरान सतर्क रहने की जरूरत है। नियमित रूप से आधिकारिक दाखिला पोर्टल और स्कूल की वेबसाइट देखें। चयन सूची आने पर अंक और विवरण ध्यान से जांचें। यदि कोई गलती दिखाई दे, तो तय समय में शिकायत दर्ज कराएं। चयन होने के बाद सभी जरूरी दस्तावेज पहले से तैयार रखें, ताकि आगे किसी तरह की परेशानी न हो।

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