
नई दिल्ली। दिल्ली नगर निगम आयुक्त और उपायुक्त की आखों में धूल झोंककर सामान्य शाखा विभागों में कार्यरत लाइसेंसिंग इंस्पेक्टर गोदाम और कारखाने मालिको को विभाग के नाम का भय दिखाकर वसूली करने का खेल-खेलने में लगे हुए हैं। हालाकि लाइसेंसिंग इंस्पेक्टर शहर की सड़को को अतिक्रमण मुक्त कराने में असफल हो रहे हैं, लेकिन प्रत्येक गोदाम और कारखाने इंस्पेक्टरो की निगाहों में बसे हुए हैं। इसलिए सड़को पर अतिक्रमण की समस्या दिखाई नहीं देती है। सूत्रों के अनुसार, नगर निगम की फैक्ट्री विभाग में कार्यरत एक लाइसेंसिंग इंस्पेक्टर अपने जोन कार्यालय को छोड़कर दूसरे जोन कार्यालय के एक लाइसेंसिंग इंस्पेक्टर के साथ हाथों में हाथ डालकर अपना फायदा करने के लिए बिंदास होकर वार्डो में घूम रहे हैं।
बता दें कि निगम आयुक्त अश्विनी कुमार ने भ्रष्ट अफसरों और कर्मचारियों पर कार्रवाई करते देते हुए निलंबित तक कर चुके हैं, लेकिन आज के समय में भ्रष्ट कर्मचारियों को आयुक्त के नाम का भय खत्म होता नजर आ रहा है। सूत्रों से पता चला है कि बीते कुछ सालों पहले भाजपा के एक पूर्व महापौर द्वारा लाइसेंसिंग इंस्पेक्टर को भ्रष्टाचार के आरोप में निलंबित किया जा चुका है, लेकिन फिर भी लाइसेंसिंग इंस्पेक्टर अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहा हैं। खुले आसमान के नीचे लाइसेंसिंग इंस्पेक्टर बिना किसी डरे वार्डो में घूमकर कारखाने मालिको से अपनी साठ-गाँठ बनाने में लगा हुआ है, लेकिन विभाग द्वारा लाइसेंसिंग इंस्पेक्टर पर अभी तक कोई कार्रवाई तक नहीं हो पाई है।
मजेदार बात यह है कि नगर निगम सिविक सेंटर मुख्यालय परिसर में स्थित फैक्ट्री विभाग में कार्यरत एक लाइसेंसिंग इंस्पेक्टर भी इस खेल में शामिल है। दोनों लाइसेंसिंग इंस्पेक्टरो की जोड़ी एक साथ वार्डो में धूम रही है। फैक्ट्री विभाग के लाइसेंसिंग इंस्पेक्टरो द्वारा गोदाम और कारखाना मालिको को सीलिंग की धमकी देकर कमाई करने में लगे हुए हैं।
खास बात यह है कि दोनों लाइसेंसिंग इंस्पेक्टर अपने-अपने क्षेत्रों में स्थित गोदाम और कारखाने मालिको पर कार्रवाई कर सील करने की जहमत तक नहीं उठा पा रहे हैं, क्योंकि फैक्ट्रियों पर कार्रवाई करने के बाद लाइसेंसिंग इंस्पेक्टर का आख मिचौली का खेल पूरी तरह से बंद हो जाएगा। इसलिए लाइसेंसिंग इंस्पेक्टरो द्वारा फैक्ट्रियों पर कार्रवाई नहीं हो पा रही है। जोन उपायुक्तों को इन लाइसेंसिंग इंस्पेक्टरो के कारनामों की भनक तक नहीं है। इसलिए इंस्पेक्टरो के हौसले बुलंद हैं।
आयुक्त के नियमों को ताकपर रखकर दूसरे जोन कार्यालय का लाइसेंसिंग इंस्पेक्टर दूसरो के वार्डो में घूम रहा है, जोकि नियमों के विपरीत है।















