Seema Pal
Delhi Election 2025 : दिल्ली विधानसभा चुनाव में दक्षिण की 6 सीटों पर सबकी नजर बनी हुई है। दिल्ली की इन 6 सीटों पर जातीय समीकरण का खेल देखने को मिल रहा है। आम आदमी पार्टी, कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी ने इन सीटों पर जाट और गुर्जर समाज के उम्मीदवार खड़े किए हैं, जिससे दिल्ली दक्षिण में चुनावी मुकाबला बड़ा रूप लेता दिख रहा है।
दिल्ली दक्षिण में गुर्जर और जाट समुदायों का अच्छा प्रभाव माना जाता है। यही वजह है कि भाजपा, कांग्रेस और आप ने जाट व गुर्जर समाज से उम्मीदवारों को आमने-सामने खड़ा कर दिया है। इन सीटों पर चुनाव लड़ रहें कई प्रत्याशी पूर्व में विधायक रह चुके हैं। तीनों ही दल इन सीटों को जीतने के लिए जी-तोड़ महनत कर रहे हैं।
जाट-गुर्जर उम्मीदवारों पर प्रमुख दलों का दांव
दिल्ली साउथ में लोकसभा चुनाव में 10 सीटों पर गुर्जर-जाट समुदाय के उम्मीदवारों ने भाजपा को जीत की दहलीज में पहुंचाया था। यही कारण है कि भाजपा ने विधानसभा चुनाव में एक बार फिर इन सीटों पर जाट व गुर्जर प्रत्याशी पर ही भरोसा जताया है। इसी तरह कांग्रेस और आप ने भी बिजवासन, पालम, महरौली सीट में जाट प्रत्याशी और तुगलकाबाद, छतरपुर, बदरपुर सीट में गुर्जर प्रत्याशी को उतारा है।
भाजपा ने बदरपुर सीट पर ब्राह्मण समुदाय के प्रत्याशी पर भरोसा जताया है। भाजपा का मानना है कि दिल्ली की बदरपुर सीट पर पूर्वांचली मतदाता भी निर्णायक भूमिका निभाते हैं। इसी तरह पालम सीट पर तीनों ही दलों ने जाट प्रत्याशियों पर भरोसा जताया है। जबकि बिजवासन में भाजपा, कांग्रेस ने जाट व आप ने ब्राह्मण को उम्मीदवार बनाया है। हालांकि महरौली सीट पर भाजपा ने यादव, कांग्रेस ने जाट व आप ने गुर्जर प्रत्याशी बनाया है।
अब यह देखना दिलचस्प होगा कि दिल्ली विधानसभा की इन 6 सीटों पर भाजपा, कांग्रेस और आप के उम्मीदवारों में किसका सिक्का चमकेगा और किसका फीका निकलेगा। 5 फरवरी को दिल्ली में विधानसभा का चुनाव होगा और 8 फरवरी को चुनाव का परिणाम घोषित होगा।