
नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा का तीन दिवसीय सत्र आज से शुरू हो गया है। 27 साल बाद सदन में बीजेपी सत्ता में है और 10 साल से सत्ता में रही आप विपक्ष में है। दिल्ली के मुख्यमंत्री कार्यालय से डॉ. बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर और भगत सिंह की तस्वीरें हटाए जाने के मामले ने राजनीतिक घमासान को जन्म दे दिया है। यह मामला दिल्ली विधानसभा के सत्र की शुरुआत में सामने आया, जब विपक्षी नेता आतिशी ने बीजेपी सरकार पर आरोप लगाए कि उन्होंने अंबेडकर और भगत सिंह की तस्वीरें हटाकर दलित विरोधी और सिख विरोधी चेहरा दिखाया है।
आतिशी ने यह सवाल उठाया कि क्या बीजेपी को लगता है कि प्रधानमंत्री मोदी अंबेडकर और भगत सिंह से बड़े हैं, जबकि इन महान नेताओं की तस्वीरें मुख्यमंत्री कार्यालय से हटाना एक विवादास्पद कदम है। इसके जवाब में, दिल्ली के मंत्री प्रवेश साहिब सिंह ने आप पार्टी को निशाना साधते हुए कहा कि उनके पास दिल्ली में विकास को लेकर कोई योजना नहीं थी। उन्होंने कहा कि आप पार्टी ने 10 साल सत्ता में रहकर दिल्ली की स्थिति को खराब कर दिया है।
इस मामले ने विधानसभा में ताजा विवाद को जन्म दिया, और दोनों पक्षों के बीच आरोप-प्रत्यारोप जारी हैं। बीजेपी और आप के नेताओं के बयान इस मुद्दे को और गरमा रहे हैं। उन्होंने कहा, आज भी उन्होंने सदन की पवित्रता को ठेस पहुंचाई। सदन दिल्ली की जनता के भरोसे पर टिका है। उन्हें बहुत उम्मीदें हैं। मैं आप दा और पूरे विपक्ष से कहना चाहूंगा कि दिल्ली में विकास के लिए काम करें अगर अच्छे सुझाव होंगे तो हम उसे स्वीकार करेंगे। दिल्ली को ‘विकसित दिल्ली’ बनाने में हमारी मदद करें।













