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Seema Pal
Delhi CM Rekha Gupta : जिसका सभी को इंतजार था आखिर वह घड़ी आ गई। जब 27 साल बाद आज दिल्ली में भाजपा का कोई नेता मुख्यमंत्री पद की शपथ ले रहीं हैं। कल भाजपा की विधायक दल की बैठक में रेखा गुप्ता को विधायक दल का नेता चुना गया। पिछले कुछ दिनों से रेखा गुप्ता का नाम सीएम रेस में सबसे आगे चल रहा था। वहीं अब मुख्यमंत्री पद के लिए रेखा गुप्ता के नाम पर भाजपा ने औपचारिक तौर पर मुहर लगाई। आज उन्होंने दिल्ली के रामलीला मैदान में शपथ ग्रहण कर दिल्ली के सोए हुए इतिहास में भाजपा को फिर से जिंदा कर देंगी।
दिल्ली को शीला दीक्षित के बाद एक बार फिर महिला मुख्यमंत्री मिल गया है। अब बात जब दिल्ली में महिला मुख्यमंत्री की हो रही है तो बता दें रेखा गुप्ता दिल्ली की चौथी महिला मुख्यमंत्री बन गई है। जबकि दिल्ली में भाजपा की दूसरी महिला मुख्यमंत्री बनी हैं.. इससे पहले भाजपा ने सुषमा स्वाराज को मुख्यमंत्री बनाया था, लेकिन वह केवल 52 दिन ही मुख्यमंत्री पद रही थी। ऐसे में अब हर कोई यह सवाल कर रहा है कि भाजाप ने दिल्ली में एक बार फिर महिला मुख्यमंत्री पर भरोसा क्यों जताया और सीएम पद के लिए रेखा गुप्ता का चयन क्यों किया। इस पर हम बात करेंगे और साथ ही ये भी चर्चा करेंगे कि रेखा गुप्ता दिल्ली की पूर्व व एक्सीडेंटल सीएम आतिशी मार्लेना और शीला दीक्षित के सामने कितना खऱी उतरेंगी।
दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी कम उम्र और नए चेहरे को मुख्यमंत्री के रूप में लाना चाहती थी। इसलिए भाजपा ने मुख्यमंत्री के रूप में दिल्ली के लिए रेखा गुप्ता का चुनाव किया। रेखा गुप्ता कैसी पॉलिटिशियन हैं जिनका करप्शन दूर-दूर तक कोई नाता नहीं है। भाजपा दिल्ली में एक बेदाग मुख्यमंत्री लाकर अरविंद केजरीवाल को मुंह तोड़ जवाब देना चाहती है।
दिल्ली की नई मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता शालीमार बाग सीट से पहली बार विधायकी जीत कर आई है। खा गुप्ता वैश्य समाज से आती है। उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से पढ़ाई की हर कॉलेज में वह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़ी रही। पढ़ाई के दौरान दिल्ली यूनिवर्सिटी छात्र संघ में अध्यक्ष और सचिव पद का चुनाव भी जीता था। रेखा गुप्ता दिल्ली नगर निगम में तीन बार पार्षद रह चुकी हैं। इसके अलावा दक्षिण दिल्ली की मेयर भी रह चुकी हैं। रेखा गुप्ता 2013 में पहली बार विधानसभा चुनाव शालीमार सीट से लड़ा था। लेकिन तब रेखा गुप्ता आम आदमी पार्टी की वंदना तिवारी से चुनाव हार गई थी। फिर इसी सीट से भाजपा की टिकट पर वह अगला चुनाव जीत गई।
दिल्ली में आतिशी जब एक्सीडेंटल सीएम बनी तो लोगों ने कहा दिल्ली को केजरीवाल ने पढ़ी लिखी समझदार सीएम दिया। दिल्ली के लोगों ने आतिशी को सराहा भी तभी वह अपनी सीट जीत पाईं। इसी कड़ी में भाजपा ने रेखा गुप्ता को चुना। रेखा गुप्ता दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री अतिथ मार्लेना ना की तरह काफी पढ़ी-लिखी महिला है। भाजपा ने अतिशी को ध्यान में रखते हुए ही रेखा गुप्ता को मुख्यमंत्री पद के लिए चुना है यह कहना गलत नहीं होगा। रेखा गुप्ता ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई की है। इसके बाद उन्होंने M.B.A और एलएलबी की डिग्री भी ली है। वहीं आतिशी ने सेंट स्टीफन कॉलेज से इतिहास में स्नातक की डिग्री हासिल की थी। इसके बाद उन्होंने ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में दाखिला लिया, जहाँ उन्होंने शेवनिंग छात्रवृत्ति प्राप्त की और 2003 में इतिहास में अपनी मास्टर डिग्री पूरी की।
रेखा गुप्ता का कहना है कि वह पीएम मोदी के सपने को साकार करने की दिशा में काम करेंगी। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी बहनों के हित में सोचते हैं। उनकी एक-एक योजना देश की हर उस महिला के लिए है, जो आज तक कहीं न कहीं पीड़ित थी और शोषित थी और वंचित थी। पीएम मोदी ने अपनी सारी योजनाओं का केंद्र बिंदु बहनों को बनाया। उन्होंने कहा कि दिल्ली में भी महिलाओं के लिए अनेकों तरह की योजनाएं लाई गई हैं। इस तरह की हर योजना दिल्ली की बहनों तक पहुंचे ये उनका वादा है।
दिल्ली में जहां एक ओर रेखा गुप्ता 27 साल बाद भाजपा की सरकार बना रही है तो दूसरी तरफ दिल्ली में एक मजबूत विपक्ष के तौर पर अरविंद केजरीवाल की पार्टी आम आदमी पार्टी फन फैलाए खड़ी है। दिल्ली में रेखा गुप्ता के लिए मुख्यमंत्री के तौर पर काम करना आसाना नहीं होगा। उन्हें कई मुश्किलों से गुजरना होगा। आप पग-पग पर भाजपा की रेखा गुप्ता को दिल्ली की आम समस्याओं को लेकर सवाल खड़े करेगी, जिनके जवाब के लिए उन्हें तैयार रहना होगा।
हालांकि केंद्र में बैठी भाजपा दिल्ली की कुर्सी को बाहरी ताकत से मजबूती देने का काम करेगी। लेकिन अब वक्त बताएगा कि दिल्ली की कमान संभालने में रेखा गुप्ता भाजपा के भरोसे पर कितना खऱी उतरेंगी।