जालंधर में दिल्ली मुख्यमंत्री की व्यापारियों के साथ बैठक, बोले माफिया राज का पैसा आएगा लोगों के काम

दिल्ली के मुख्यमंत्री एवं आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने कहा कि फ्री कुछ नहीं है। पहले पैसा चोरी होता था और स्विस बैंक में जमा हो जाता था, लेकिन दिल्ली में मैंने सारे रास्ते बंद कर दिए हैं। अब वही पैसे दिल्ली में सभी के परिवारों के काम आ रहा है। दिल्ली का उदाहरण देते हुए कहा कि वहां पर पुल बनने थे जिन्हें सरकार ने खुद बनवाया और तीन सौ करोड़ रुपए बचाए।

उस पैसे को हमने बैठक कर हेल्थ पर खर्च किया। दिल्ली में फ्री शिक्षा दे रहे हैं। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप की पत्नी मेलानिया दिल्ली के स्कूल को देखने के लिए आई थी। दिल्ली में स्कूल इतने अच्छे हैं उससे वह भी प्रभावित हुई। अच्छा इलाज, अच्छी शिक्षा, मूलभूत ढांचा, मुफ्त बिजली देना ही राष्ट्रभक्ति है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी यदि कुछ मुफ्त में देगी तो उसका पहले वह प्रावधान भी करेगी, हवा में कुछ नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि खजाने को लूटने वाले मुफ्त की सुविधाओं से परेशान हो रहे हैं।

उन्होंने कहा कि पंजाब में एक मंत्री को चार हजार यूनिट बिजली मुफ्त में देते हैं। उन्हें यह फ्री भी क्यों। आम लोगों को जब यह चीजें देने की बात करते हैं तो इन्हें दिक्कत हो रही है। इन्हें दिक्कत इस बात की है कि अब इनकी सारी चोरी-चकारी रूक जाएगी।

पंजाब पर तीन लाख करोड़ का कर्ज है। यह पैसा कहां गया। न कोई स्कूल, न कॉलेज, न अस्पताल यहां तक कोई नई सड़क भी नहीं बनी। प्राइवेट सड़कें बन रही हैं। कोई बताए कि सुखबीर के पास कितना पैसा है। केजरीवाल ने कहा कि माफिया राज की वजह से खजाने को घाटा पड़ा है। यदि यही पैसा सरकार के खजाने में आएगा तो कर्ज भी खत्म होगा और लोगों को मुफ्त में सुविधाएं भी मिलेंगी। यदि महिलाओं को एक-एक हजार रुपए दे देंगे तो इससे खजाने को कोई फर्क नहीं पड़ेगा बल्कि एक हजार से उनकी कई समस्याएं हल हो जाएंगी।

केजरीवाल ने व्यापारियों को संबोधित करते हुए कहा कि पंजाब 1966 में अलग सूबा बना तब से लेकर कांग्रेस और अकाली दल ने राज किया। इन्होंने लोगों का भला नहीं किया बल्कि सरकार के खजाने को लूटा और अपना खजाना भरा। उन्होंने कहा कि वोट बहुत कीमती है। आम आदमी पार्टी को ठोक-बजाकर देख लें। दिल्ली में व्यापारियों से बात करें कि और उनसे पूछें कि क्या वहां पर लालाफीताशाही है या नहीं। उन्हें पैसों को लेकर तंग तो नहीं किया जाता।

दिल्ली के लोग केजरीवाल की सरकार से खुश हैं या नहीं। यदि आपको सारे जवाब पॉजिटिव मिलें तभी वोट देना। केजरीवाल ने कहा कि जैसे हम अपनी दिल्ली की सरकार के बारे में सरेआम क्वेरी करके वोट डालने के लिए कह रहे हैं, ऐसे ही कांग्रेस की सरकार भी कहे। अपने आप पता चल जाएगा कि कितने पानी में हैं।

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