
कानपुर। राजधानी दिल्ली में सोमवार शाम हुए बम ब्लास्ट मामले में लखनऊ की रहने वाली डॉक्टर शाहीन को गिरफ्तार कर लिया गया है। उसका कानपुर से भी कनेक्शन सामने आया था। जिसके बाद से जांच एजेंसी मामले की पड़ताल करने के लिए शहर पहुंची थी।
आखिरकार बुधवार को शाहीन के पहले शौहर डॉ जफर ने मीडिया के सामने आकर अपना पक्ष रखा है। उन्होंने बताया कि साल 2003 में निकाह और 2013 में तलाक लेने के बाद शाहीन से उनका कोई संबंध नहीं है।
दिल्ली बम ब्लास्ट मामले में फरीदाबाद से गिरफ्तार की गई डॉक्टर शाहीन सिद्दीकी कानपुर के गणेश शंकर विद्यार्थी मेडिकल कॉलेज (जीएसवीएम) में तैनात रह चुकी हैं। जांच एजेंसियों की जांच के बाद अब उसके पहले पति डॉक्टर जफर हयात ने चुप्पी तोड़ी है। वर्तमान में वह बिरहाना रोड स्थित केपीएम अस्पताल में नेत्र रोग विशेषज्ञ के पद पर तैनात हैं।
अपना पक्ष रखते हुए उन्होंने बताया कि साल साल 2003 में उनकी और शाहीन की अरेंज मैरिज हुई थी। दोनों के दो बच्चे भी हुए लेकिन वह अक्सर ऑस्ट्रेलिया या यूरोपियन कंट्री में स्थाई रूप से बसने के लिए दबाव बनाती थी। जिसके चलते 2013 में हम दोनों का तलाक हो गया और दोनों बच्चे मेरे पास ही हैं। जिनकी मैं बेहतर परवरिश कर रहा हूं। फिर वह कभी हमसे वापस मिलने नहीं आई। इस बीच वह आतंकी संगठन से कैसे जुड़ी? उसके पास एके-47 कहां से आई? इस विषय में उन्हें कुछ भी नहीं मालूम है।
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