देहरादून। जिलाधिकारी सविन बंसल की पहल पर पहली बार जनपद में आशा एवं फील्ड कार्मिकों के साथ सीधा संवाद किया गया। सोमवार को सर्वे चौक स्थित आईआरडीटी आडोटोरियम में स्वास्थ्य विभाग से आशा कार्यकर्तियों एवं नगर निगम के फील्ड कार्मिकों के साथ जिलाधिकारी ने संवाद किया तथा उनकी समस्याओं को जाना। डेंगू/मलेरिया की सघन मॉनिटिरिंग एवं ग्रांउड जीरो पर कार्य कर रहे कार्मिकों के समक्ष आने वाली चुनौतियों को जानने तथा उनके निस्तारण के उद्देश्य से कार्यक्रम आयोजित किया गया।
जिलाधिकारी ने कार्मिकों को संबोधित करते हुए कहा कि फील्ड कर्मचारी एक महत्वपूर्ण अंग होते हैं जो ग्रांउड जीरो पर चल रही स्थिति से उच्च स्तर को अवगत कराते हैं। उन्होंने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देशित किया कि आशा कार्मिकों के भुगतान में किसी प्रकार की देरी न हो यह सुनिश्चित कर लिया जाए इसके लिए सुविधा एवं कार्मिक बढ़ाने के भी निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को चिकित्सालयों में खाली पड़े कक्षों में आशाघर एवं डोरमेट्री बनाने की कार्ययोजना पर कार्य करने के निर्देश दिए।
इस पहल पर आशाओं ने ताली बजाकर जिलाधिकारी का अविवादन किया। जिलाधिकारी ने कहा कि फील्ड कर्मचारी हमेशा हीरो की भूमिका में होते हैं, विशेषकर जहां स्वास्थ्य की बात आती हैं वंहा उनकी जिम्मेदारी और भी अधिक बढ़ जाती है। कहा कि स्वास्थ्य किसी भी व्यक्ति के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता का विषय होता है, इसके लिए इन कार्यों में शासन प्रशासन के साथ ही फील्ड कार्मिकों की जिम्मेदारी अधिक है कि वे क्षेत्र की वस्तुस्थिति से उच्चस्तर पर पर अवगत कराते रहें।
आशा कार्यकर्तियो एवं नगर निगम के पर्यावरण मित्र फील्ड कार्मिकों को क्षेत्र में अलग पहचान बनाए रखने के लिए ड्रेस में रहने पर बल दिया। इस अवसर पर मुख्य नगर आयुक्त नगर निगम गौरव कुमार, मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह, नगर मजिस्ट्रेट प्रत्युष सिंह, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ संजय जैन, उप जिलाधिकारी हरिगिरी, उप नगर आयुक्त नगर निगम गोपालराम बिनवाल, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ सीएस रावत, डॉ निधि, डॉ जोशी, आशा कार्यकर्ती, नगर निगम के सुपरवाईजर, कार्मिक मौजूद रहे।