देहरादून। स्वास्थ्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने मंगलवार को जिला चिकित्सालय (कोरोनेशन व गांधी हॉस्पिटल) में एसएनसीयू का विधिवत शुभारंभ किया। इस अवसर पर उन्होने कहा कि जिला चिकित्सालय में एसएनसीयू संचालित होने से जहां जनमानस को सुविधा मिलेगी वहीं चिकित्सालय में भी सुरक्षित प्रसव होंगे। उन्होंने कहा की जिला चिकित्सालय के एसएनसीयू संचालित करवाने करने में जिलाधिकारी एवं उनकी टीम की प्रसंशा की।
एसएनसीयू के शुभारंभ के अवसर पर आयोजित सभा को संबोधित करते मंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में निरंतर सुधार किए जा रहे हैं, वर्ष 2027 तक विशेषज्ञ चिकित्सक की कमी पूर्ण कर ली जाएगी। एएनएम, नर्सिंग स्टाफ, पेरामेडिकल , फार्मासिस्ट के सभी पद भर लिए गए हैं। उन्होने कहा कि हरिद्वार मेडिकल कॉलेज का शुभारंभ हो गया है। जल्द ही रूद्रपुर, बागेश्वर, पिथोरागढ मेडिकल कॉलेज का शुभारंभ हो जाएगा। सरकार लगातार स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार के लिए प्रयत्नरत है। साथ ही उत्तराखंड पहला ऐसा राज्य बनने जा रहा है जो 200 विशेषज्ञ चिकित्सक प्रतिवर्ष अन्य राज्यों को देगा।
आयोजित सभा को सबोधित करते हुए जिलाधिकारी सविन बंसल ने कहा है कि उनके बच्च के जन्म के दौरान नवजात बच्चे को विशेष नवजात देखभाल इकाई तथा पत्नी को 2 यूनिट रक्त की आवश्यकता हुई, जिससे काफी कठिनायों का सामना करना पड़ा। घटित समस्या को मद्देनजर रखते हुए आम जनमानस के साथ इस प्रकार की समस्या होने पर उनकी पीड़ा को महसूस करते हुए निर्णय लिया कि चिकित्सालयों ब्लड बैंक एवं एसएनसीयू का होना अत्यंत आवश्यक है, जिस पर कार्य करते हुए एसएनसीयू को शुभारंभ कराया गया, कहा कि जल्द ही जिला अस्पताल कोरोनेशन में ब्लड बैंक भी स्थापित कर संचालित किया जाएगा। जिला चिकित्सालय में निक्कू वार्ड नहीं था,
जिस कारण चिकित्सालय में प्रसव दर कम थी, जिस कारण प्रसव हेतु दून मेडिकल कॉलेज को रेफर करना पड़ता था।गांधी शताब्दी को पूर्व में चाइल्ड एंड मैटरनिटी केयर सेंटर के रूप में विकसित किया था। दो वर्ष पूर्व गायनी विंग कोरोनेशन हॉस्पिटल में शिफ्ट कर दी गई थी,निक्कू वार्ड तब से बंद पड़ा था, कोरोनेशन हॉस्पिटल में डिलिवरी का ग्राफ बेहद कम है, जिसकी एक वजह नवजात के लिए निक्कू की व्यवस्था नहीं होना भी है। जिलाधिकारी सविन बंसल, निदेशक एनएचएम स्वाति भदौरिया, महानिदेशक स्वास्थ्य डॉ तारा आर्य, मुख्य विकास अधिकारी अभिनव शाह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संजय जैन, प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ वाई एस चौहान सहित चिकित्सा स्टाफ उपस्थित रहे।