देहरादून। राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने कहा कि राज्य महिला आयोग, महिला सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। महिला अधिकारों व सुरक्षा के विभिन्न मुद्दों पर आयोग दृढ़ता से कार्य कर रहा है ओर आयोग का उद्देश्य है कि राज्य की महिलाओं को हर प्रकार सशक्त किया जाए ताकि महिलांए हर क्षेत्र में समानरूप से प्रतिभाग करें।
राज्य महिला आयोग के 19वें स्थापना दिवस के उपलक्ष्य में मीडिया सेंटर में आयोजित पत्रकार वार्ता में आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने पत्रकारों को संबोधित किया। पत्रकार वार्ता के दौरान आयोग अध्यक्ष ने किये जा रहे कार्यों का ब्यौरा भी रखा व आयोग की उपलब्धियां भी गिनाई। उन्होंने बताया की आयोग द्वारा राज्य की सभी जेलों का निरीक्षण किया गया
जिसमें महिला बन्दियों की स्तिथि व उन्हें मिलने वाली मूलभूत सुविधाओं का जायजा लिया तथा राज्य में आईजी कारागार को सभी जेलों में महिला बन्दियों को अलग अलग कार्यों के प्रशिक्षण दिए जाने के निर्देश भी दिए है। कुसुम कंडवाल ने राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व कैबिनेट मंत्री रेखा आर्या का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य महिला आयोग के लिए यह बड़ी उपलब्धि है कि सरकार ने महिला आयोग द्वारा तैयार राज्य महिला नीति के फाइनल ड्राफ्ट को स्वीकार करते हुए जल्द ही राज्य में महिला नीति लागू करने की घोषणा की है। आयोग की अध्यक्ष ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि आज राज्य में विभिन्न जगहों पर संचालित स्पा व मसाज पार्लरों में युवतियों और महिलाओं को जबरन अनैतिक देह व्यापार की ओर धकेला जा रहा है।
आयोग अध्यक्ष ने कहा की मसाज पार्लर स्पा सेंटर एवं फिजियोथेरिपी सेंटर का रजिस्ट्रेशन अनिवार्य रूप से हो उनमें यह सुनिश्चित किया जाए की महिला की मसाज महिला और पुरुष की मसाज पुरुष करें, क्रॉस जेंडर मसाज न हों। इसके लिए आयोग ने एक नई गाइडलाइन एसओपी तैयार की है जिसके क्रियान्वयन के लिए आयोग द्वारा गाइडलाइन को शासन स्तर पर भेजा गया है। पत्रकार वार्ता में आयोग की अध्यक्ष ने आयोग के द्वारा वर्ष 2023-24 की वार्षिकी का लोकार्पण भी किया गया। इस दौरान राज्य महिला आयोग की सदस्य सचिव उर्वशी चौहान, विधि अधिकारी दयाराम सिंह, आधार वर्मा भी मौजूद रहे।