
देहरादून : उत्तराखंड में बीती रात से जारी मूसलाधार बारिश और बादल फटने की घटनाओं ने राजधानी देहरादून और आसपास के जिलों में भारी तबाही मचा दी है। सहस्त्रधारा, टपकेश्वर और मालदेवता क्षेत्रों में सबसे अधिक नुकसान हुआ। सहस्त्रधारा में एक शव बरामद हुआ है, जबकि कुछ मजदूर बहने की सूचना मिली है। जामुनवाला स्थित एकादश मुखी हनुमान मंदिर को भी भारी नुकसान पहुंचा है; हवन कुंड और शनि मंदिर बह गए और मुख्य मंदिर खतरे में है।
मुख्य बाजार में पानी और मलबे में कारें, बाइक और स्कूटी दब गईं, दुकानों को भी क्षति हुई और कई लोग लापता हैं। करलिगाड़ नदी उफान पर आ गई है, जिससे किनारे स्थित दुकानों और होटलों को भारी नुकसान पहुंचा। पुल और सड़कें ध्वस्त हो गईं हैं। देहरादून-पौंटा राजमार्ग का पुल टूट गया, पेट्रोलियम यूनिवर्सिटी का पुल बह गया और विश्वविद्यालय ने छुट्टी घोषित की। प्रेमनगर के पास राष्ट्रीय राजमार्ग का एक हिस्सा भी टूट गया।
मसूरी-देहरादून मार्ग, कोल्हुखेत और झड़ीपानी टोल पर सड़कें क्षतिग्रस्त हुईं, जिससे पर्यटक और स्थानीय लोग फंस गए। देहरादून-हरिद्वार हाईवे पर लालतप्पड़ के पास जाकन नदी पुल तक पानी पहुँच गया। झड़ीपानी टोल पर भूस्खलन से दो मजदूर मलबे में दबे, जिनमें से एक की मौत हो गई और एक घायल है। डोईवाला में घरों में पानी घुस गया। चंद्रभागा नदी में फंसे तीन लोगों को एसडीआरएफ ने बचाया, जबकि करलिगाड़ क्षेत्र में दो लोग लापता हैं।
विकासनगर में कालसी-चकराता मार्ग पर भूस्खलन से पहाड़ी से गिरे पत्थर की चपेट में आने से एक युवक की मौत हो गई। टपकेश्वर के पास भगत सिंह कॉलोनी में शिखर फॉल में चार लोगों के बहने की सूचना है। गुच्चू पानी में मलबे में एक स्कूटी दब गई।
देवभूमि इंस्टिट्यूट, पौंधा में लगभग 200 छात्र-छात्राएं जलभराव में फंसे हुए थे, जिन्हें एसडीआरएफ ने सुरक्षित बाहर निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुँचाया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण किया और अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसी भी प्रभावित परिवार को असुविधा न हो। उन्होंने कहा कि राहत सामग्री, भोजन, पानी और स्वास्थ्य सुविधाएं तुरंत उपलब्ध कराई जाएँगी। प्रशासन पहले से अलर्ट मोड पर है, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस और स्थानीय प्रशासन बचाव एवं राहत कार्य युद्धस्तर पर संचालित कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दूरभाष पर मुख्यमंत्री धामी से आपदा की विस्तृत जानकारी ली और राज्य को हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार के मार्गदर्शन और सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया।