
New Delhi : बॉलीवुड की चमकती सितारा और सामाजिक बदलाव की प्रेरणा दीपिका पादुकोण ने एक बार फिर इतिहास रच दिया है। भारत सरकार ने उन्हें देश की पहली मेंटल हेल्थ एम्बेसडर नियुक्त किया है। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने यह महत्वपूर्ण कदम मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने, सामाजिक टैबू को खत्म करने और इसे राष्ट्रीय प्राथमिकता के रूप में स्थापित करने के उद्देश्य से उठाया है। दीपिका की यह नियुक्ति न केवल उनके सामाजिक योगदान को सम्मानित करती है, बल्कि भारत में मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक नए युग की शुरुआत का प्रतीक है।
मानसिक स्वास्थ्य के लिए दीपिका का समर्पण
दीपिका पादुकोण पिछले एक दशक से मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों पर सक्रिय रूप से काम कर रही हैं। उन्होंने 2015 में एक गैर-लाभकारी संगठन की स्थापना की थी, जो डिप्रेशन, तनाव और अन्य मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं के बारे में जागरूकता फैलाने और प्रभावित लोगों को सहायता प्रदान करने का काम करता है। इस संगठन ने न केवल भारत में, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी मानसिक स्वास्थ्य को लेकर संवाद को बढ़ावा दिया है। दीपिका ने अपनी व्यक्तिगत यात्रा और अनुभवों को साझा कर लाखों लोगों को प्रेरित किया है कि मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना और मदद मांगना साहस का प्रतीक है। उनकी इस प्रतिबद्धता ने सरकार को उन्हें यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपने के लिए प्रेरित किया।

केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा की प्रशंसा
इस ऐतिहासिक नियुक्ति के अवसर पर केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री जेपी नड्डा ने दीपिका की सराहना करते हुए कहा, दीपिका पादुकोण एक ऐसी शख्सियत हैं, जिनकी आवाज़ लाखों लोगों तक पहुंचती है। उनके साथ साझेदारी से हम मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े सामाजिक कलंक को तोड़ने और इसे हर घर तक ले जाने में सफल होंगे। यह नियुक्ति मानसिक स्वास्थ्य को मुख्यधारा में लाने और इसे राष्ट्रीय स्वास्थ्य नीति का अभिन्न हिस्सा बनाने की दिशा में एक मजबूत कदम है।
दीपिका की भावनात्मक प्रतिक्रिया
अपनी नियुक्ति पर दीपिका ने गर्व और उत्साह व्यक्त करते हुए कहा, भारत की पहली मेंटल हेल्थ एम्बेसडर बनना मेरे लिए बेहद सम्मान की बात है। मानसिक स्वास्थ्य एक ऐसा विषय है, जिसे हमें खुलकर और बिना किसी झिझक के अपनाना होगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत सरकार ने इस दिशा में कई अभूतपूर्व कदम उठाए हैं। मैं इस अभियान का हिस्सा बनकर समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए पूरी तरह से समर्पित हूं। दीपिका ने यह भी जोड़ा कि उनकी कोशिश होगी कि हर व्यक्ति तक यह संदेश पहुंचे कि मानसिक स्वास्थ्य उतना ही महत्वपूर्ण है जितना शारीरिक स्वास्थ्य।

सरकारी पहलों को नई दिशा
इस नई भूमिका में दीपिका सरकार के प्रमुख मानसिक स्वास्थ्य कार्यक्रमों, जैसे Tele-MANAS (टेली-मेंटल हेल्थ असिस्टेंस एंड नेटवर्किंग एक्रॉस स्टेट्स), को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण योगदान देंगी। यह डिजिटल पहल देश भर में मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ बनाने के लिए शुरू की गई है, जिसके तहत लोग टेली-कंसल्टेशन के माध्यम से विशेषज्ञों से सहायता ले सकते हैं। इसके अलावा, दीपिका मंत्रालय के साथ मिलकर नीति निर्माण और रणनीति विकास में भी सक्रिय भूमिका निभाएंगी। उनका लक्ष्य यह सुनिश्चित करना है कि ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में मानसिक स्वास्थ्य सुविधाएं आसानी से उपलब्ध हों।
संगठन का मिशन: मदद मांगना है हिम्मत
दीपिका ने अपने संगठन की स्थापना के पीछे के मकसद को साझा करते हुए कहा, जब मैंने 2015 में इस पहल की शुरुआत की थी, तब मेरा एकमात्र उद्देश्य था कि लोग यह समझें कि वे अपनी मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं में अकेले नहीं हैं। मदद मांगना कमजोरी नहीं, बल्कि हिम्मत और आत्मविश्वास का प्रतीक है। उनके इस संदेश ने न केवल भारत में, बल्कि विश्व भर में लोगों को प्रेरित किया है और मानसिक स्वास्थ्य को लेकर खुले संवाद को बढ़ावा दिया है।
भारत में मानसिक स्वास्थ्य की स्थिति
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, भारत में लगभग 15% आबादी किसी न किसी रूप में मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रही है। इसके बावजूद, सामाजिक कलंक और जागरूकता की कमी के कारण कई लोग मदद लेने से कतराते हैं। दीपिका की नियुक्ति इस स्थिति को बदलने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उनकी लोकप्रियता और प्रभावशाली व्यक्तित्व का उपयोग करके सरकार मानसिक स्वास्थ्य को लेकर जागरूकता बढ़ाने और इसे राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्रणाली का हिस्सा बनाने की दिशा में काम कर रही है।
भविष्य की योजनाएं और प्रभाव
दीपिका की भूमिका केवल प्रचार तक सीमित नहीं होगी। वह मानसिक स्वास्थ्य नीतियों के विकास में सक्रिय रूप से शामिल होंगी और विशेष रूप से युवाओं, महिलाओं और ग्रामीण समुदायों को लक्षित करने वाले अभियानों की योजना बनाएंगी। स्कूलों और कॉलेजों में मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रमों को बढ़ावा देना भी उनकी प्राथमिकता होगी, ताकि अगली पीढ़ी इस मुद्दे को खुलकर स्वीकार कर सके। इसके अलावा, दीपिका डिजिटल और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स का उपयोग करके लोगों तक मानसिक स्वास्थ्य संसाधनों की जानकारी पहुंचाने पर भी ध्यान देंगी।
एक नई शुरुआत
दीपिका पादुकोण की इस नियुक्ति को न केवल उनके व्यक्तिगत योगदान का सम्मान माना जा रहा है, बल्कि यह भारत में मानसिक स्वास्थ्य के प्रति एक नई शुरुआत का प्रतीक भी है। उनकी लोकप्रियता, संवेदनशीलता और समर्पण इस अभियान को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा। यह कदम निश्चित रूप से लाखों लोगों को प्रेरित करेगा और मानसिक स्वास्थ्य को लेकर समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में मददगार साबित होगा।
भारत सरकार और दीपिका पादुकोण के इस संयुक्त प्रयास से एक ऐसे भविष्य की नींव रखी जा रही है, जहां मानसिक स्वास्थ्य को उतना ही महत्व दिया जाएगा जितना शारीरिक स्वास्थ्य को। यह नियुक्ति न केवल एक मील का पत्थर है, बल्कि एक प्रेरणादायक कहानी है जो हर भारतीय को मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूक और सशक्त बनाने की दिशा में काम करेगी।
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