
भारत की स्टार तीरंदाज दीपिका कुमारी ने तीरंदाजी वर्ल्ड कप स्टेज-2 में शानदार प्रदर्शन करते हुए कांस्य पदक जीतकर देश का सम्मान बचाया। सेमीफाइनल में दुनिया की नंबर एक कोरियाई तीरंदाज लिम सिहियोन से हारने के बाद दीपिका ने जबरदस्त वापसी की और ब्रॉन्ज मेडल मुकाबले में जीत दर्ज की। महिला रिकर्व व्यक्तिगत स्पर्धा के सेमीफाइनल में 30 वर्षीय दीपिका को लिम ने 7-1 के अंतर से हराया। यही नहीं, पिछले साल भी येचियोन वर्ल्ड कप में लिम ने उन्हें सेमीफाइनल में शिकस्त दी थी।
हालांकि, इस हार के बावजूद दीपिका ने आत्मविश्वास नहीं खोया और ब्रॉन्ज मेडल मैच में कोरिया की ही एक और तीरंदाज कांग चेन योंग को 7-3 से हराकर पोडियम पर जगह बनाई। इस जीत के साथ भारत की वर्ल्ड कप में कुल पदकों की संख्या 6 हो गई है।
कांस्य पदक मुकाबले की झलक:
दीपिका ने मैच की शुरुआत संयमित अंदाज में की। पहला सेट 27-27 की बराबरी पर समाप्त हुआ। इसके बाद उन्होंने दूसरा सेट 28-26 से जीतकर 3-1 की बढ़त बना ली। तीसरे सेट में कांग ने शानदार प्रदर्शन करते हुए परफेक्ट 30 स्कोर किया, जबकि दीपिका ने 27 अंक बनाए और स्कोर 3-3 हो गया। चौथे सेट में दीपिका ने अपने अनुभव का बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए तीनों तीरों से 10 अंक हासिल किए और 5-3 की बढ़त बनाई। निर्णायक सेट में भी दीपिका का आत्मविश्वास बरकरार रहा और उन्होंने 29 अंक जुटाए, जबकि कांग 28 अंक ही हासिल कर सकीं। इस तरह दीपिका ने 7-3 से मुकाबला जीत लिया।
अन्य भारतीय प्रदर्शन:
पुरुष रिकर्व वर्ग में भारत के पार्थ सालुंके सेमीफाइनल में कोरिया के दिग्गज किम वूजिन से 4-6 से हार गए। अब वह भी कांस्य पदक के लिए भिड़ेंगे। इससे पहले शनिवार को कम्पाउंड वर्ग में भारतीय तीरंदाजों ने पांच पदक हासिल किए थे, जिनमें मधुरा धामनगंकर का व्यक्तिगत स्वर्ण पदक भी शामिल है। मधुरा ने तीन साल बाद राष्ट्रीय टीम में वापसी को यादगार बना दिया।
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