स्मार्टफोन की खरीददारी में गिरावट, कंपनियों के पास बचने के लिए बस ये विकल्प!

लखनऊ डेस्क: स्मार्टफोन कंपनियों को अपनी बाजार में पकड़ बनाए रखने के लिए एक नया रास्ता अपनाना होगा, क्योंकि लोग नए स्मार्टफोन खरीदने में अब पहले जैसी दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं। इसके लिए स्मार्टफोन कंपनियों को अब एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) और पर्सनलाइजेशन पर जोर देना होगा।

पिछले चार सालों में स्मार्टफोन उद्योग के लिए हालात अच्छे नहीं रहे हैं, और अब कंपनियां ग्राहकों को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए इन नए फीचर्स का सहारा ले रही हैं।

विशेषज्ञों के अनुसार, स्मार्टफोन कंपनियों को ग्राहक संबंधों को मजबूत करने के लिए चैनल-बेस्ड इंसेंटिव और अपग्रेड्स पर ध्यान केंद्रित करना होगा। इस समय, कई लोग रिफर्बिश्ड (पुनर्निर्मित) स्मार्टफोन खरीदने की ओर अधिक आकर्षित हो रहे हैं, क्योंकि नए फोन की कीमतें काफी बढ़ गई हैं।

यह स्थिति उस समय में आई है जब सरकारी और आरबीआई के कदमों से उपभोक्ताओं की डिस्पोजेबल इनकम में बढ़ोतरी की उम्मीद की जा रही है। फिर भी, स्मार्टफोन इंडस्ट्री 2021 में अपनी उम्मीदों के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर पाई, और मुद्रास्फीति के दबाव के कारण उपभोक्ताओं ने स्मार्टफोन अपग्रेड करने की योजना को स्थगित कर दिया। इसके अलावा, हैंडसेट के बेहतर टिकाऊपन ने रिप्लेसमेंट साइकिल को लंबा कर दिया है, जो पहले 2.5 साल था, वह अब बढ़कर लगभग 4 साल हो गया है।

मार्केट रिसर्च फर्मों के अनुसार, महामारी (2020-21) के दौरान अधिकांश कस्टमर्स ने अपने डिवाइस को जल्दी बदलने की योजना बनाई थी, और अब उम्मीद की जा रही है कि मई 2024 तक लोग अपने पुराने डिवाइस को बदलने की सोच रहे हैं।

एआई और पर्सनलाइजेशन से क्या बदलाव आ सकते हैं?

अगर स्मार्टफोन कंपनियां एआई और पर्सनलाइजेशन पर ध्यान देती हैं, तो इससे बाज़ार में कुछ बदलाव हो सकते हैं। कस्टमर्स अब बेहतर एआई फीचर्स और टूल्स की तलाश में हैं, खासकर अगर उन्हें कम कीमत में ये सुविधाएं मिलें। एआई और पर्सनलाइजेशन की तरफ बढ़ते कदम ग्राहकों को नया स्मार्टफोन खरीदने के लिए प्रेरित कर सकते हैं, और कंपनियां अब इस दिशा में काम करने के लिए तैयार हैं।

रिफर्बिश्ड फोन का बढ़ता चलन

आजकल, ज्यादा लोग रिफर्बिश्ड स्मार्टफोन खरीदने की ओर बढ़ रहे हैं। इसकी वजह स्मार्टफोन की ऊंची कीमत हो सकती है, जबकि रिफर्बिश्ड फोन लगभग नए जैसे होते हैं और उपयोग में भी उतने ही संतोषजनक होते हैं। इससे ग्राहक एक या दो साल के लिए संतुष्ट रहते हैं और उनकी जेब पर भी ज्यादा बोझ नहीं पड़ता।

2025 में स्मार्टफोन की बिक्री

2025 तक स्मार्टफोन बिक्री में थोड़ी बढ़ोतरी हो सकती है, खासकर यदि उपभोक्ता हाई-एंड स्मार्टफोन ब्रांड के लिए अपग्रेड करती हैं। एक्सपर्ट्स का अनुमान है कि 2025 में स्मार्टफोन बिक्री 2-3% बढ़कर 160 मिलियन यूनिट तक पहुंच सकती है। वहीं, काउंटरपॉइंट रिसर्च को 2024 में 153 मिलियन यूनिट की बिक्री में 4% की वृद्धि की उम्मीद है।

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