
Trump Gold Card : अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने नई वीजा योजना ‘ट्रंप गोल्ड कार्ड’ की घोषणा की है, जिसका उद्देश्य अप्रवासियों को अमेरिकी नागरिकता का मार्ग प्रदान करना है। इस योजना की घोषणा 10 दिसंबर 2025 को की गई, जिसमें दस लाख डॉलर की राशि का निवेश किया जाएगा।
यह योजना विशेष रूप से ऐसे प्रतिभाशाली व्यक्तियों के लिए है, जो अमेरिका में अपने कौशल और क्षमताओं का परिचय देकर देश के विकास में योगदान दे सकते हैं।
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि भारत और चीन जैसे देशों के छात्र, जो अमेरिका के शीर्ष विश्वविद्यालयों से स्नातक होते हैं, उन्हें अपने गृह देशों में वापस जाना ‘शर्मनाक’ है। उनका तर्क है कि ये प्रतिभाशाली युवा अमेरिका में रहकर यहां की अर्थव्यवस्था और नवाचार को बढ़ा सकते हैं। उन्होंने दावा किया कि यह योजना कंपनियों को अमेरिका में योग्य और प्रतिभाशाली कर्मचारियों को नियुक्त करने और बनाए रखने में मदद करेगी।
‘ट्रंप गोल्ड कार्ड’ एक ऐसा वीजा है, जो व्यक्ति की क्षमता और अमेरिका को लाने वाले लाभ के आधार पर जारी किया जाएगा। योजना का एक मुख्य आकर्षण यह है कि इसमें भाग लेने वाली कंपनियां शीर्ष अमेरिकी विश्वविद्यालयों जैसे हार्वर्ड, एमआईटी और व्हार्टन के छात्रों को अमेरिका में ही रहने का विकल्प खरीद सकती हैं। इसके साथ ही, वेबसाइट भी शुरू कर दी गई है, जहां कंपनियां इस योजना का लाभ लेने के लिए संपर्क कर सकती हैं।
व्हाइट हाउस में एक बैठक के दौरान डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, “किसी महान व्यक्ति का हमारे देश में आना हमारे लिए उपहार की तरह है। लेकिन दुख की बात है कि कॉलेज से स्नातक होने के बाद, उन्हें भारत, चीन या फ्रांस वापस जाना पड़ता है। यह बहुत शर्मनाक है। यह हास्यास्पद बात है। हम इस पर ध्यान दे रहे हैं।”
इस अवसर पर आईबीएम के भारतीय मूल के अमेरिकी सीईओ अरविंद कृष्णा और डेल टेक्नोलॉजीज के सीईओ माइकल डेल भी मौजूद थे, जिन्होंने इस योजना का समर्थन किया।
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