मिहिपुरवा/बहराइच l कतर्नियाघाट वन्य जीव प्रभाग के कतर्नियाघाट रेंज अंतर्गत सदर बीट कक्ष संख्या-4(अ) गेरूआ नदी के जलीय क्षेत्र में टापू के किनारे एक बाघ का शव प्रातः समय लगभग 10 बजे स्थानीय स्टाफ द्वारा रूटीन गश्त के दौरान देखा गया। शव के प्राथमिक निरीक्षण में नर बाघ की उम्र लगभग 12 वर्ष है जिसके समस्त अंग (आंख, नाखून, कैनाइन) सुरक्षित पाए गए।
राष्ट्रीय व्याघ्र संरक्षण प्राधिकरण भारत सरकार द्वारा परिचालित मानक प्रचालन प्रक्रिया में निहित प्राविधानों के अनुसार नर बाघ का अन्त्य परीक्षण तीन डाक्टरों के गठित पैनल द्वारा किया गया l तत्पश्चात् विस्तृत परीक्षण हेतु बाघ के आन्तरिक अंगो का विसरा भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, इज्जतनगर बरेली भेजने हेतु सुरक्षित कर लिया गया है। अन्त्य परीक्षणोपरान्त नर बाघ के शव को उसके समस्त अंगो सहित अधिकारियों एवं साक्षियों की उपस्थिति में रेंज परिसर कतर्नियाघाट में जला कर विनष्ट कर दिया गया।
डा. एच. राजा मोहन मुख्य वन संरक्षक एवं फील्ड डायरेक्टर दुधवा टाइगर रिजर्व लखीमपुर-खीरी द्वारा कतर्नियाघाट वन्य जीव प्रभाग के प्रभागीय वनाधिकारी सहित प्रभाग के वन्य जीव प्रतिपालक एवं क्षेत्रीय वन अधिकारी रेंज कतर्नियाघाट के साथ बैठक कर वनों एवं वन्य जीवों के सुरक्षार्थ दिवारात्रि गश्त किये जाने के साथ-साथ अन्य आवश्यक निर्देश दिये गये।