
-जानवरों के जरिए फैल रही यह बीमारी, अब तक हजारों पशुओं को मारा
लंदन, । यूरोप के देश हंगरी, ऑस्ट्रिया और स्लोवाकिया में एक ऐसा वायरस फैल रहा है, जिसके कारण इन देशों ने अपने बॉर्डर सील कर दी है। हंगरी में 50 साल बाद फुट-एंड-माउथ रोग का प्रकोप सामने आया है, जिसके चलते यूरोप में हड़कंप मच गया है। पशुओं के जरिए यह बीमारी फैल रही है। यही वजह है कि पशुओं को मारा जा रहा है। इसके पीछे किसी बड़ी साजिश का भी शक जताया जा रहा है।
मीडिया रिपोर्ट में हंगरी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने दावा किया है कि यह वायरस “नेचुरल नहीं” हो सकता। इस बात की संभावना है कि “बायोलॉजिकल हमले” के तौर पर इसे फैलाया गया हो। हंगरी के पीएम विक्टर ओरबान के चीफ ऑफ स्टाफ गर्गेली गुल्यास ने कहा कि हम यह नहीं कह सकते कि वायरस नेचुरल नहीं है। हो सकता है हम एक आर्टिफिशियल तौर से तैयार वायरस से निपट रहे हों। उनका शक एक विदेशी लैब से मिली मौखिक जानकारी पर आधारित है। अभी इसकी पूरी पुष्टि नहीं हुई है। विश्व पशु स्वास्थ्य संगठन का कहना है कि यह वायरल सबसे पहले हंगरी के उत्तर-पश्चिमी सीमा के पास एक मवेशी फार्म पर मार्च में सामने आया था। फिर देश भर में करीब एक हजार फार्मों की जांच की गई, जिनमें से चार सेंपल में वायरस की पुष्टि हुई।
हंगरी में दिसंबर 2024 तक 8.61 लाख मवेशी थे, जो यूरोपीय संघ के कुल मवेशी स्टॉक का 1.2 फीसदी है। अब तक हजारों पशुओं को मार दिया गया है ताकि इस बीमारी को फैलने से रोका जा सके।
स्लोवाकिया के दक्षिणी हिस्से में भी यह फैल रही है। फिर ऑस्ट्रिया ने हंगरी के साथ 21 और स्लोवाकिया के साथ दो सीमा बंद कर दी हैं। सीमाओं पर कीटाणुनाशक स्टेशन बनाए गए हैं। हंगरी के एक किसान ने बताया कि उनके 3,000 मवेशियों को मार दिया गया, जिसके कारण उनका काफी नुकसान हुआ है। उन्होंने पुनर्निर्माण का संकल्प लिया है। बताया जा रहा है कि फुट-एंड-माउथ रोग इंसानों के लिए खतरनाक नहीं है लेकिन मवेशियों, भेड़ों और बकरियों में यह तेजी से फैलता है, जिससे बुखार और मुंह में छाले हो जाते हैं।