पूरे देशभर की सभी सेंट्रल यूनिवर्सिटी को लेकर विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) की तरफ से एक बड़ा ऐलान किया गया है। यूजीसी के अध्यक्ष एम जगदीश कुमार ने कहा है कि सभी 45 सेंट्रल यूनिवर्सिटी में ग्रेजुएट कोर्स में एडमिशन के लिए कॉमन एंट्रेंस टेस्ट जुलाई के पहले सप्ताह में आयोजित की जाएगी। उन्होंने कहा कि कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET 2022) एक कम्प्यूटरीकृत परीक्षा है और नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) द्वारा आयोजित की जाएगी। परीक्षा का एग्जाम पैटर्न जल्द ही जारी किया जाएगा। अप्रैल के पहले हफ्ते से ही परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
जानिए एडमिशन का क्या होगा आधार
यूजीसी के चेयरमैन के मुताबिक, यूनिवर्सिटी के ग्रेजुएट कोर्सेस में दाखिला CUET स्कोर के आधार पर मिलेगा। जिसमें 12वीं बोर्ड रिजल्ट का कोई वेटेज नहीं होगा। यानी ब सेंट्रल यूनिवर्सिटी में एडमिशन के लिए 12वीं का परिणाम आधार नहीं माना जाएगा। माना जा रहा है कि परीक्षा के बाद तैयार की गई एनटीए की मेरिट लिस्ट पर ही स्टूडेंट्स का दाखिला हो सकेगा।
जानिए कैसा होगा CUET का सिलेबस
जगदीश कुमार ने कहा कि सीयूईटी का सिलेबस एनसीईआरटी के 12वीं क्लास के सिलेबस से मिलता-जुलता रहेगा। सीयूईटी में सेक्शन-1ए, सेक्शन-1बी, सामान्य परीक्षा और कोर्स-स्पेसिफिक सब्जेक्ट होंगे. सेक्शन-1ए अनिवार्य होगा, जोकि 13 भाषाओं में होगा और कैंडिडेट इनमें से अपनी पसंद की भाषा का चयन कर सकते हैं।
6 डोमेन चुनने की छात्राओं को मिली छूट
चार वर्षीय स्नातक डिग्री प्रोग्राम के आधार पर सीयूईटी में 27 डोमेन रखे गए हैं। छात्रों को इन में से एक या अधिकतम छह डोमेन यानी सब्जेक्ट की च्वॉइस रखने का विकल्प मिलेगा। कुछ डोमेन एंथ्रोपोलॉजी, अकाउंटिंग, बुक-कीपिंग आदि हैं। कुछ यूनिवर्सिटी ऐसी भी हैं जो डोमेन-स्पेसिफिक सिलेबस में प्रवेश के लिए एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया के रूप में सामान्य परीक्षा भी आयोजित करती हैं।
13 भारतीय भाषाओं में अब देनी होगी परीक्षा
सीयूईटी में परीक्षा का माध्यम हिंदी, अंग्रेजी सहित 13 भारतीय भाषाओं में आयोजित की जाएगी। छात्र इन 13 भाषाओं में से कोई भी चुन सकते हैं। इसमें मराठी, गुजराती, तमिल, तेलगू, कन्नड़, मलयालम, उर्दू, असमी, बांग्ला, उड़िया, असमी, हिंदी समेत अंग्रेजी शामिल हैं। सीयूईटी में अनिवार्य परीक्षा इन्हीं भारतीय भाषाओं में से किसी एक में देनी होगी।