
- सीतापुर में अब मनमानी नहीं चलेगी, रिक्शा चालकों को मिला सख्त ‘रूट’
सीतापुर। शहर और आसपास की नगर पंचायतों में अब यातायात की अव्यवस्था और बेकाबू जाम का खेल खत्म होने वाला है। स्थानीय प्रशासन ने ई-रिक्शा चालकों की मनमानी पर नकेल कसने के लिए एक ठोस योजना शुरू की है। यह किसी से छिपा नहीं है कि शहर के चौराहों और प्रमुख मार्गों पर इन ‘ई-हाथियों’ के कारण हर दिन भयानक जाम लगता है, जिससे आम जनता का जीना मुश्किल हो गया है। इन रिक्शाओं का कोई निश्चित रूट न होने और जहाँ मन किया वहीं खड़े हो जाने की बेढंगी आदत ने ट्रैफिक व्यवस्था को पूरी तरह से तहस-नहस कर दिया था।
लाल, पीला, हरा: कोड बताएगा किस राह जाना है
इस समस्या से निपटने के लिए जिला अधिकारी ने जो रणनीति तैयार की है उसके तहत इस संगीन समस्या से निपटने के लिए, प्रशासन ने अब सभी ई-रिक्शाओं के लिए कलर कोडिंग की प्रणाली लागू की है। हर रिक्शा को अब एक खास रूट का पालन करना होगा, जिसे दर्शाने के लिए उन्हें होलोग्राम स्टिकर और QR कोड वाली रंगीन प्लेटें दी जा रही हैं। ई-रिक्शा किस दिशा या क्षेत्र में जाएगा, यह अब लाल, नीला, हरा, और पीला रंग तय करेगा। सभी ई-रिक्शाओं का रजिस्ट्रेशन तेजी से नगर पालिका और नगर पंचायत में किया जा रहा है। सबसे गंभीर बात यह है कि कई बार नाबालिग बच्चे भी इन रिक्शाओं को चलाते हुए पकड़े जाते हैं, जो बड़े हादसे को बुलावा देने जैसा है। अब इस नई व्यवस्था से न केवल रूट तय होंगे, बल्कि अवैध संचालन और ट्रैफिक नियमों की अनदेखी पर भी कठोर कार्रवाई होने की उम्मीद है।
आपको बताते चले किस शहर में चलने वाले ई-रिक्शा जाम की मुख्य समस्या माने जाते हैं इन ई-रिक्शा की वजह से आए दिन भयानक जाम लगती है जिससे लोगों को अनेकों समस्याओं का सामना करना पड़ता है। यही नहीं इन ई रिक्शा वालों का कोई भी रूट कन्फर्म ना होने की वजह से भी लोगों को बेहद परेशानियों का सामना करना पड़ता है। अक्सर देखने में आता है कि चौराहा पर विभिन्न दिशाओं में यह अलग अलग मोड दिए जाते हैं जिससे सवारी को जाना कहीं और होता है लेकिन उसे उतारा कहीं और जाता है जिससे लोगों को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। यही नहीं इनके खड़े होने के लिए भी कोई स्टैंड नहीं है जिससे यह पूरे शहर में इधर उधर भागते फिरते रहते है। जिससे जाम की समस्या और भयानक होती है। अक्सर यह भी देखने में आता है कि इन ऑटो रिक्शा को छोटे छोटे बच्चे भी चलाते हैं जिससे कभी भी कोई बड़ी घटनाएं घटित हो सकती हैं।
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