CPM नेता कामरेड अम्बिका प्रसाद मिश्र का निधन, आवाम के थे सच्चे हितैषी

  • CPM नेता कामरेड अम्बिका प्रसाद मिश्र मेहनतकश आवाम के थे सच्चे हितैषी
  • कल हुआ था निधन, उत्तर प्रदेश में खेत मजदूर सभा के संस्थापक सदस्यों में थे

लखनऊ। भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) उत्तर प्रदेश राज्य सचिव मंडल ने पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व सदस्य, कामरेड अम्बिका प्रसाद मिश्र के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उनका निधन कल, शनिवार को उनके पैतृक गांव बगई खुर्द, इलाहाबाद में हुआ। वह 92 वर्ष के थे और कुछ समय से बीमार थे।

कामरेड मिश्र का जन्म एक किसान परिवार में हुआ था और उनका सार्वजनिक जीवन ईसीसी कॉलेज इलाहाबाद में ऑल इंडिया स्टूडेंट फेडरेशन से जुड़कर शुरू हुआ था। उन्होंने 1955-56 में अविभाजित कम्युनिस्ट पार्टी में सदस्यता ली और इलाहाबाद जिले के मंत्री एवं राज्य काउंसिल के सदस्य रहे। 1964 में जब कम्युनिस्ट पार्टी का विभाजन हुआ, तो वह सीपीआईएम से जुड़ गए और इलाहाबाद में पार्टी के जिला सचिव बने।

उनकी राजनीतिक यात्रा में कई महत्वपूर्ण क्षण थे, जैसे कि 1962 में उन्होंने भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी की तरफ से इलाहाबाद के प्रतापपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा। 1985 में पार्टी के 12वें राज्य सम्मेलन में वह उत्तर प्रदेश राज्य कमेटी के सदस्य चुने गए और 1988 में हुए 13वें राज्य सम्मेलन में राज्य सचिव मंडल के सदस्य बने, इस पद पर वह 18वें राज्य सम्मेलन तक रहे।

कामरेड मिश्र का योगदान न केवल राजनीतिक था, बल्कि उन्होंने किसान और मजदूर वर्ग के अधिकारों के लिए भी संघर्ष किया। वह उत्तर प्रदेश किसान सभा और खेत मजदूर सभा के संस्थापक सदस्यों में से थे। उनका जीवन सादगी, संघर्ष और बलिदान का प्रतीक था।

उनकी पत्नी, एक पुत्र और एक पुत्री हैं। पार्टी और उनके साथियों ने उनके योगदान को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है।

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