
- गोवंशों का तस्कर गैंग फरार, 208 गोवंश बरामद
- मौके पर पहुंचे विधायक ज्ञान तिवारी
- डीएम से वार्ता कर गोवंशों को गोशाला भेजवाने को कहा
- गोवंशों के चारा पानी के लिए दिए दस हजार रूपया
सीतापुर। राजस्थान से आए गो तस्करों का एक गैंग आज ग्रामीणों के हत्थे चढ़ते-चढ़ते बच निकला। हालांकि, गैंग के सदस्य फरार हो गए, लेकिन ग्रामीणों ने करीब 208 गोवंशों की जान बचा ली। इस घटना की जानकारी मिलने पर विधायक ज्ञान तिवारी मौके पर पहुंचे। उन्होंने तुरंत जिलाधिकारी से वार्ता की और गोवंशों को सुरक्षित गोशाला भेजने की व्यवस्था करने के लिए कहा। इसके अलावा, विधायक ने ग्रामीणों को दस हजार रुपए दिए, ताकि वे गोवंशों के लिए चारा-पानी की व्यवस्था कर सकें।
जानकारी के अनुसार, राजस्थान के कई गो तस्कर गैंग उत्तर प्रदेश में चोरी-छुपे घूम रहे हैं। ये गैंग अपने साथ राजस्थान से ट्रेंड गोवंश लेकर आते हैं, ताकि किसी को शक न हो। रास्ते में गोवंशों को हरा चारा खिलाते हुए, वे इन्हें ट्रेंड गोवंशों के बीच छुपा लेते हैं। गुरुवार रात को लखीमपुर के रास्ते से आए इस गैंग ने म्यौढ़ी छोलहा के पास अपना रास्ता बदलने की कोशिश की। लेकिन जब ग्रामीणों ने वहां इतने सारे गोवंश देखे, तो उन्हें शक हुआ और उन्होंने एकजुट होकर गोवंशों और गैंग के सदस्यों को घेर लिया। मौका देख गैंग के सभी सदस्य, जिनमें महिलाएं और पुरुष दोनों शामिल थे, फरार हो गए। हालांकि, पुलिस ने आगे जाकर कुछ सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया।
ग्रामीणों ने तत्काल इस घटना की सूचना विधायक ज्ञान तिवारी को दी, जो तुरंत मौके पर पहुंचे। उन्होंने वहां देखा कि दो सौ से अधिक गोवंश बाग में मौजूद थे। विधायक तिवारी ने जिलाधिकारी अभिषेक आनंद से बात कर गोवंशों को सुरक्षित गोशाला भेजने की व्यवस्था की। इसके साथ ही, विधायक ने ग्रामीणों को दस हजार रुपए दिए, ताकि वे गोवंशों के लिए चारा और पानी की व्यवस्था कर सकें।
वहीं, फरार होते वक्त गैंग के सदस्य दो बाइकें छोड़ गए, जिन पर राजस्थान की पट्टी लगी थी। स्थानीय लोगों ने बताया कि यह गैंग घाघरा-शारदा नदी के रास्ते से गोवंशों को चोरी-छुपे निकालते थे और बहराइच आदि जिलों के आसपास से इन्हें वाहनों में भरकर ले जाते थे। बीती रात, एक गैंग के सदस्य तो फरार हो गए, जबकि दूसरे गैंग के कुछ सदस्य पकड़े गए हैं।