तंत्र-मंत्र के शक में हुई थी दंपती की हत्या, 2 तांत्रिकों समेत पुलिस ने 4 को किया गिरफ्तार

बलिया। तंत्र-मंत्र के शक में एक पखवाड़ा पहले खेजुरी के मासूमपुर गांव में पति-पत्नी की हत्या का खुलासा पुलिस ने कर दिया है। पुलिस ने मंगलवार को मुख्य अभियुक्त समेत चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया। एसपी ओमवीर सिंह ने कहा कि इस दोहरे हत्याकांड में ओझा और सोखा भी शामिल हैं।पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह ने पत्रकारों से कहा कि नौ फरवरी को खेजुरी थाना के मासूमपुर बहेरी में एक दम्पति की हत्या काफी चुनौतीपूर्ण थी।

इसमें अपर पुलिस अधीक्षक (उत्तरी) अनिल कुमार झा के पर्यवेक्षण व क्षेत्राधिकारी सिकन्दरपुर गौरव कुमार शर्मा के नेतृत्व में एसओजी टीम व खेजुरी पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। उन्होंने कहा कि दरअसल, 10 फरवरी को थाना खेजुरी पर राधेश्याम चौर सिया पुत्र स्व. रामाशंकर चौरसिया ने तहरीर दी थी कि उनके भाई श्यामलाल व उनकी पत्नी बासमती देवी मेन रोड पर अपने हिस्से के मकान में रह कर कोचिंग चलाते थे। जिनकी हत्या अज्ञात द्वारा र दी गई है।

घटना के खुलासे के लिए पुलिस टीम द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा था। इसी क्रम में मंगलवार को भोर में बलिया रेलवे स्टेशन के पास से मुख्य अभियुक्त अखिलेश चौरसियापुत्र स्व. श्यामसुन्दर चौरसिया निवासी मासूमपुर थाना खेजरी को मुखबिर की सूचना पर एसओजी टीम व प्रभारी निरीक्षक खेजुरी द्वारा हिरासत में लिया गया। जिसने पति-पत्नी की हत्या करना स्वीकार कर लिया। जिसकी निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त रक्तरंजित चाकू व प्लास्टिक का दस्ताना बरामद हुआ। उसने इसी दस्ताने को पहन कर हत्या की थी। उन्होंने कहा कि अखिलेश चौरसिया के माता-पिता की मौत वर्ष 2009 में हुई थी।

अखिलेश चौरसिया को लगता था कि मृतक श्यामलाल चौरसिया द्वारा कराये गये औझैती व सोखैती के कारण ही उसके माता-पिता की मृत्यु हुई थी,जिसके कारण वह इनसे काफी रुष्ट था। इसी कारण उसने इस हत्या की घटना को अंजाम दिया। अभियुक्त अखिलेश चौरसिया के बयान व अन्य साक्ष्य से घटना में शिवानन्द चौरसिया पुत्र रामानन्द निवासी मासूमपुर थाना खेजुरी तथा घटना के लिए उकसाने में तांत्रिक अशोक कुमार वर्मा पुत्र स्व. कन्हैया वर्मा निवासी मासूमपुर थाना खेजुरी व नन्दजी पासवान पुत्र स्व. सुरेन्द्र पासवान निवासी हथौज थाना खेजुरी का भी नाम प्रकाश मेंआया। इन तीनों अभियुक्तों को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। हत्या का अनावरण करने वाली टीम को पुलिस उपमहानिरीक्षक आजमगढ़ परिक्षेतत्र द्वारा 50 हजार का नकद पुरस्कार देने की घोषणा की गयी है।

एसपी ने कहा कि अखिलेश चौरसिया चार साल पहले दो लोगों की हत्या में आरोपित था। 28 जनवरी काे वह जेल से छूटकर आया था। इस मुकदमें में अखिलेश चौरसिया को 10 वर्ष के कारावास की सजा सुनाई गयी थी। एसपी ने कहा कि तंत्र मंत्र के चक्कर में हुए इस हत्याकांड की तह तक पहुंचना चुनौती था। लेकिन तकनीक के जरिए असली मुजरिम तक पहुंचने में सफलता मिली। उन्होंने कहा कि खुद मृतक श्यामलाल भी अपनी पत्नी का इलाज न कराकर तांत्रिकों के झांसे में था।

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