झांसी,23 मई(हि.स.)। 10 दिन तक राहत रहने के बाद बीती देर रात कोरोना मुक्त हुए जनपद में एक बार फिर कोरोना के कहर ने दस्तक दे दी है। अबकी बार कोरोना ने जनपद के महानगर को छोड़ एशिया की सबसे बड़ी तहसील कहे जाने वाली मऊरानीपुर कस्बे के एक गांव को निशाना बनाया है। जहां दिल्ली से सटी हरियाणा की औद्योगिक नगरी गुरुग्राम से लौटे एक युवक में कोरोना वाॅयरस का संक्रमण पाया गया है। यह जानकारी जिलाधिकारी आन्द्रा वामसी ने दी। रात में ही पूरे गांव को सील करते हुए संक्रमित युवक के संपर्क में आने वालों की जन्मकुण्डली खंगालना शुरु कर दिया गया है।
जिलाधिकारी आन्द्रा वामसी ने बताया कि बीते रोज मेडिकल काॅलेज की कोविड-19 लैब में जनपद के 62 लोगों के नमूने कोरोना जांच के लिए गए थे। उनमें से 61 नमूनों की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। जबकि रानीपुर के ग्राम देवरीसिंहपुरा में बीते दिनों गुरुग्राम से लौटकर आए युवक की रिपोर्ट पाॅजिटिव आई है। बताया जा रहा है कि गुरुग्राम की एक कम्पनी में देवरीसिंहपुरा निवासी एक युवक कार्य करता था। लाॅकडाउन लागू होने के बाद से वह वहीं फंसा हुआ था। परिवारजनों के दबाव के चलते 14 मई को राजधानी एक्सप्रेस से वह झांसी पहुंचा था और किसी साधन के माध्यम से अपने घर जा पहुंचा। 16 मई को अचानक उसे खांसी,जुकाम और बुखार हो गया। इसके चलते उसे बंगरा स्थित स्वास्थ केन्द्र पर उपचार के लिए भेजा गया। वहां उसका सैंपल निकालकर जांच के लिए भेजा गया था। बीती रात जब उसकी रिपोर्ट पाॅजिटिव आई तो आनन फानन उसके परिजनों को क्वारेंटाइन करते हुए उसे आइसोलेट किया गया। अब 14 तारीख से अब तक उसके संपर्क में आने वाले लोगों को चिन्हित किया जा रहा है। साथ ही पूरे गांव को सील करते हुए ग्रामवासियों की स्क्रीनिंग कराई जा रही है।
जनपद में अब तक कुल मरीजों की संख्या हुई 31
अब तक जनपद में कुल मरीजों की संख्या 31 हो चुकी है। इनमें से 4 लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि अन्य 26 स्वस्थ होकर अपने घरों को जा चुके हैं। पिछले 10 दिन से जनपद प्रशासन राहत की सांस लेते हुए अपने को सुरक्षित समझ रहा था। लेकिन गुरुग्राम से चलकर आए कोरोना संक्रमित युवक ने सभी के कान खड़े करते हुए उन्हें एलर्ट मोड में ला दिया है।