लखनऊ। उत्तर-प्रदेश में कोरोना वायरस के मामले में लगातार गिरावटें देखने को मिल रही है। कोरोना वायरस की यह स्थिति जून 2021 वाली हो गई है. अब दैनिक केस 200 से कम रह गए हैं. यही संक्रमण की दर अब मार्च में आ गई है. वहीं, 4 जिले वायरस मुक्त हो चुके हैं. इनमें कोई भी एक्टिव केस नहीं बचा है. यह जिले मिर्जापुर, कासगंज, हाथरस और बलिया है. सोमवार को प्रदेश में 24 घंटे में 1 लाख 30 हजार से अधिक कोरोना टेस्ट किए गए. इसमें 133 नए मरीजों में कोरोना की पुष्टि हुई. साथ ही 194 मरीज डिस्चार्ज किए गए है।
55 लोगों की जांच की जा रही
वहीं उत्तर-प्रदेश में देश में सर्वाधिक 10 करोड़ 50 लाख से अधिक टेस्ट किए गए. यहां एक व्यक्ति के पॉजिटिव आने पर 55 लोगों की जांच की जा रही है. यह डब्ल्यूएचओ के मानक से अधिक है. इस दौरान केजीएमयू,एसजीपीजीआई, बीएचयू, सीडीआरआई की लैब के अलावा गोरखपुर, झांसी व मेरठ में जीन सिक्वेंसिंग टेस्ट शुरू करने के निर्देश दिए गए. दूसरी लहर में सिर्फ 2 डेल्टा प्लस के केस रहे. वहीं, 90 फीसद से ज्यादा डेल्टा वैरिएंट ही पाया गया।
अब तीसरी लहर में 90 फीसद ओमिक्रोन वैरिएंट पाया जा रहा है. 17 जनवरी को दैनिक संक्रमण दर 7.11 फीसद, 19 जनवरी को सबसे अधिक 7.78 फीसद थी, जो अब घटकर 0.95 फीसद पर आ गई.अब तक 359 ओमिक्रोन के मरीज
17 दिसंबर को गाजियाबाद में 2 मरीजों में ओमिक्रोन की पुष्टि हुई है. यह महाराष्ट्र से आये थे. वहीं, 25 दिसंबर को रायबरेली की महिला में ओमिक्रोन वैरिएंट पाया गया. यह महिला अमेरिका से आई थी. 4 जनवरी को 23 मरीज मिले. अब तक कुल 526 सैंपल की जीन सीक्वेंसिंग की गई. इसमें 359 ओमिक्रोन के मरीज पाए गए हैं।
शुरू 551 ऑक्सीजन प्लांट
राज्य में जनवरी शुरुआत में तीसरी लहर पीक पर थी. इस दौरान 1 लाख 16 हजार 366 एक्टिव केस थे. वहीं, अब 2 हजार 70 के करीब रह गए हैं. अस्पतालों में 551 ऑक्सीजन प्लांट शुरू हो गए हैं।
इनके संचालन के लिए आईटीआई पास कर्मी तैनात किए जा रहे हैं. वहीं 56 हजार से अधिक आईसोलेशन बेड, 18 हजार आईसीयू बेड, 6700 पीकू-नीकू बेड तैयार हो गए हैं. 30 हजार ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर अस्पतालों को दिए गए।