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लखनऊ डेस्क: पुरानी कार को कम खर्च में नई कार के टॉप मॉडल में बदलवाने का ट्रेंड तेजी से बढ़ रहा है, लेकिन यह आपको कानूनी समस्याओं में फंसा सकता है। दिल्ली-एनसीआर समेत देश के अन्य हिस्सों में इस तरह के बिजनेस का विस्तार हो रहा है, क्योंकि इसमें लागत कम होती है और लोग अपनी पुरानी कार को सस्ते में नए मॉडल जैसा बना सकते हैं। हालांकि, ट्रैफिक नियमों के अनुसार ऐसा करवाना गैरकानूनी है। अगर आप इस बारे में अनजान हैं, तो यहां हम आपको इसके बारे में जानकारी दे रहे हैं।
कार में बदलाव पर कानूनी पाबंदियां:
- बॉडी का रंग बदलना: कार का रंग बदलना गैरकानूनी है, जब तक कि आप आरटीओ से अनुमति न लें।
- पहियों का आकार बदलना: पहियों का साइज बदलना भी गैरकानूनी है, जब तक कि आप आरटीओ से अनुमति प्राप्त न करें।
- बॉडी किट लगाना: कार पर बॉडी किट लगाना बिना आरटीओ की मंजूरी के अवैध है।
- साइलेंसर बदलना: साइलेंसर में बदलाव करना भी नियमों के खिलाफ है, जब तक कि आरटीओ से अनुमति न ली जाए।
- लाइट्स बदलना: हेडलाइट्स या टेललाइट्स का बदलाव भी नियमों के खिलाफ हो सकता है, अगर वे निर्धारित मानकों को पूरा नहीं करते।
- फैंसी नंबर प्लेट: भारत में हाई सिक्योरिटी नंबर प्लेट लगाना अनिवार्य है, और डिजाइनर या फैंसी नंबर प्लेट का उपयोग करना गैरकानूनी है। ऐसी नंबर प्लेट मिलने पर आपका चालान कट सकता है।
अगर आप अपनी कार में बदलाव करना चाहते हैं, तो आपको निम्नलिखित स्टेप्स फॉलो करने होंगे:
- आरटीओ से अनुमति प्राप्त करें।
- एक प्रमाणित मैकेनिक से बदलाव करवाएं।
- आरटीओ में अपनी कार का निरीक्षण कराएं।
- अपनी कार के रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट में बदलाव करवाएं।
अगर आप इन स्टेप्स को नजरअंदाज करते हैं, तो आपको भारी जुर्माना भरना पड़ सकता है।